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Up Kiran, Digital Desk: भारत और अमेरिका के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव को लेकर एक बड़ी और अच्छी खबर आ रही है। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA), वी. अनंत नागेश्वरन ने संकेत दिए हैं कि दोनों देश पिछले काफी समय से चल रहे टैरिफ विवाद (tariff dispute) को सुलझाने के बहुत करीब हैं। उम्मीद की जा रही है कि अगले आठ से दस हफ्तों में इस पर कोई अंतिम फैसला आ सकता है।

क्या है यह पूरा विवाद: यह विवाद तब शुरू हुआ था जब अमेरिका ने भारत के कुछ स्टील और एल्यूमीनियम प्रोडक्ट्स पर अतिरिक्त टैरिफ (import duty) लगा दिया था। इसके जवाब में भारत ने भी अमेरिका से आने वाले कई सामानों, जैसे सेब, बादाम और अखरोट पर जवाबी टैरिफ लगा दिया था। इस 'ट्रेड वॉर' की वजह से दोनों देशों के व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा था।

अब क्यों बन रही है सुलह की बात?

मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वरन ने बताया कि दोनों देशों के बीच बातचीत बहुत ही सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, "यह एक ऐसी समस्या है जिसे दोनों पक्ष जल्द से जल्द सुलझाना चाहते हैं। पर्दे के पीछे बातचीत चल रही है और हम एक समाधान के बहुत करीब हैं।"

उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह के व्यापारिक विवाद सुलझने में समय लेते हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि दोनों तरफ से इसे खत्म करने की पूरी इच्छा है।

इस फैसले का क्या होगा असर?

व्यापारियों को राहत: अगर यह विवाद सुलझ जाता है, तो दोनों देशों के व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी। टैरिफ हटने से सामान सस्ता होगा और व्यापार बढ़ेगा।

मजबूत होंगे रिश्ते: यह फैसला भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक और व्यापारिक रिश्तों को और भी ज़्यादा मजबूत करेगा।

अर्थव्यवस्था को फायदा: व्यापार बढ़ने से दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को फायदा होगा और महंगाई कम करने में भी मदद मिल सकती है।

यह खबर ऐसे समय में आई है जब दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाएं चुनौतियों का सामना कर रही हैं। ऐसे में दो बड़े लोकतांत्रिक देशों का अपने व्यापारिक मतभेदों को सुलझाना एक बहुत ही सकारात्मक संदेश देता है।