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Up Kiran, Digital Desk: ईडन गार्डन्स में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पारी और 192 रनों से रौंद दिया। महज ढाई दिन में टेस्ट खत्म। पहली बार ऐसा हुआ कि भारत में खेले गए किसी टेस्ट की चारों पारियों में कोई टीम 200 का आंकड़ा भी नहीं छू सकी। चौथी पारी में जीत के लिए सिर्फ 124 रन चाहिए थे लेकिन पूरी भारतीय टीम 93 रन पर ढेर हो गई। कप्तान शुभमन गिल चोट की वजह से बल्लेबाजी ही नहीं कर पाए।

इस हार ने सिर्फ टीम इंडिया की बल्लेबाजी को नहीं बल्कि रणनीति और घरेलू पिचों की तैयारी को भी कठघरे में खड़ा कर दिया है। सबसे ज्यादा निशाने पर हैं मुख्य कोच गौतम गंभीर। उनके कोच बनने के बाद भारत ने अपने घर में खेले 6 टेस्ट में से 4 हारे हैं। सोशल मीडिया से लेकर पूर्व खिलाड़ियों तक हर तरफ एक ही सवाल गूंज रहा है – क्या गंभीर पर दबाव बढ़ेगा?

लेकिन इस मुश्किल घड़ी में गौतम गंभीर को सबसे बड़ा समर्थन मिला पूर्व कप्तान और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली से। दादा ने साफ-साफ कहा कि अभी गंभीर को हटाने की कोई बात ही नहीं है।

इंडिया टुडे से खास बातचीत में गांगुली ने कहा, “गौतम को इस स्टेज पर बर्खास्त करने का सवाल ही पैदा नहीं होता। कोच गंभीर और कप्तान शुभमन ने इंग्लैंड में अच्छी बैटिंग पिचों पर शानदार क्रिकेट खेली है। मुझे पूरा भरोसा है कि वे भारत में भी वैसा ही कर सकते हैं। बस थोड़ा वक्त चाहिए।”

हालांकि दादा ने ईडन गार्डन्स की पिच को लेकर कोई नरमी नहीं दिखाई। वे भी मानते हैं कि विकेट टेस्ट क्रिकेट के लिहाज से ठीक नहीं था। गांगुली बोले, “पिच बहुत अच्छी नहीं थी, यह मुझे पूरी तरह मानना पड़ेगा। टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर को बेहतर सरफेस मिलनी चाहिए थी। आगे भारत में गंभीर और उनकी टीम को ज्यादा अच्छे विकेट्स पर खेलना होगा।”

एक सवाल के जवाब में गांगुली ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस पिच में उनका या CAB का कोई दखल नहीं था। उन्होंने कहा, “नहीं नहीं, मैं इसमें बिल्कुल शामिल नहीं होता। बीसीसीआई के क्यूरेटर चार दिन पहले ही आ गए थे और उन्होंने पिच अपने कंट्रोल में ले ली थी। हमारे अपने क्यूरेटर सुजान मुखर्जी सालों से शानदार काम कर रहे हैं। बीसीसीआई ने जो मांगा हमने वही दिया।”