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Up Kiran, Digital Desk: न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत ने पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए उसकी दोगली नीति का पर्दाफाश कर दिया है. भारत के स्थायी मिशन की फर्स्ट सेक्रेटरी, ए.पाणिनी ने पाकिस्तान के उस झूठे प्रचार की कड़ी शब्दों में निंदा की, जिसमें वह भारत पर बेबुनियाद आरोप लगा रहा था. भारत ने पाकिस्तान को खुद अपने गिरेबां में झाँकने और अफगानिस्तान में अपनी हरकतों पर ध्यान देने की सलाह दी है.

पाकिस्तान की 'क्यूं कर' वाली दलील पर भारत का सवाल

दरअसल, पाकिस्तान ने एक बार फिर अफगानिस्तान के हालातों को लेकर भारत के खिलाफ झूठी बातें फैलाने की कोशिश की. लेकिन भारत इस बार चुप नहीं बैठा. ए.पाणिनी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान जिन सवालों पर जवाब चाहता है, वो असल में खुद ही अपने ऐसे कामों में फंसा हुआ है जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, "हम पाकिस्तान को सलाह देते हैं कि वो आईने में खुद को देखे, बजाए इसके कि वो दूसरों पर कीचड़ उछाले."

अफगानिस्तान का सच और आतंकवाद का 'दोहरा चरित्र'

भारत ने साफ तौर पर कहा कि पाकिस्तान को अफगानिस्तान के लोगों की हत्याओं और वहां की बिगड़ती सुरक्षा स्थिति पर अपनी भूमिका स्पष्ट करनी चाहिए. यह आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान आतंकवाद का "गढ़" बना हुआ है और वहां सक्रिय आतंकवादी गुटों का इस्तेमाल पड़ोसी देशों को अस्थिर करने के लिए करता है. भारत ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तान का आतंकवाद के प्रति 'दोहरा चरित्र' दुनिया के सामने बार-बार उजागर हो चुका है.

उन्होंने कहा, "अफगानिस्तान में हो रही हत्याओं पर पाकिस्तान की चुप्पी चिंताजनक है. उन्हें उन लोगों को जवाब देना चाहिए जो वहां निर्दोष जानें ले रहे हैं. यह कैसा रवैया है कि एक तरफ वे शांति की बात करते हैं और दूसरी तरफ आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं?"

भारत की यह कड़ी प्रतिक्रिया पाकिस्तान को यह याद दिलाने के लिए थी कि आतंकवाद के मुद्दे पर दुनिया अब उसके धोखे को पहचान चुकी है और उसे अपनी करनी का हिसाब देना ही होगा.