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आईआईएम काशीपुर के 12वें दीक्षांत समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए, वित्त मंत्री ने 2013 के उस दौर को याद किया जब भारत को "कमजोर 5" (Fragile Five) देशों—ब्राजील, भारत, इंडोनेशिया, दक्षिण अफ्रीका और तुर्की—में गिना जाता था।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने सिर्फ सतही बदलाव करने के बजाय अर्थव्यवस्था में ढांचागत सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया। इन सुधारों का ही नतीजा है कि आज भारत 'कमजोर 5' की श्रेणी से निकलकर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और 2027 तक हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।"
वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि आज भारत में महंगाई नियंत्रित है और हमारा विदेशी मुद्रा भंडार अपने उच्चतम स्तर पर है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे बड़े वैश्विक संकटों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती से खड़ी रही, जो इन सुधारों की सफलता का प्रमाण है।
उन्होंने आईआईएम के छात्रों का आह्वान करते हुए कहा कि वे इस नए और आत्मविश्वासी भारत के 'पथ-प्रदर्शक' बनें। वित्त मंत्री ने छात्रों को 'विकसित भारत @ 2047' के लक्ष्य में योगदान देने के लिए प्रेरित किया और कहा, “आप सिर्फ नौकरी ढूंढने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।”
 
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