
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शतरंज के लिए आज का दिन बेहद खास और गौरवपूर्ण है! युवा ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानानंद ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए देश के शीर्ष रैंकिंग वाले शतरंज खिलाड़ी का ताज अपने नाम कर लिया है। उन्होंने मौजूदा विश्व चैंपियन डी. गुकेश को पीछे छोड़ते हुए यह कमाल कर दिखाया है, जो भारतीय शतरंज के भविष्य के लिए एक शानदार संकेत है।
चेन्नई के इस 18 वर्षीय शतरंज सनसनी ने अपनी हालिया शानदार फॉर्म और टूर्नामेंट्स में बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत गुकेश को पछाड़कर यह मुकाम हासिल किया है। यह एक ऐसा पल है जो भारतीय शतरंज के इतिहास में दर्ज हो गया है, क्योंकि विश्व चैंपियन होने के बावजूद गुकेश अब भारत के दूसरे सबसे बड़े रैंक वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
आपको याद दिला दें कि पिछले साल ही डी. गुकेश ने दिग्गज विश्वनाथन आनंद के दशकों लंबे वर्चस्व को खत्म करते हुए भारत के नंबर 1 खिलाड़ी का खिताब हासिल किया था। अब, गुकेश को प्रज्ञानानंद ने पछाड़ दिया है, जो भारतीय शतरंज में युवा प्रतिभाओं के बढ़ते दबदबे और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। यह दिखाता है कि भारत में शतरंज की बिसात पर एक से बढ़कर एक धुरंधर तैयार हो रहे हैं।
प्रज्ञानानंद और गुकेश दोनों ही भारतीय शतरंज के भविष्य के सितारे माने जाते हैं। दोनों ने ही बहुत कम उम्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है और विश्व के दिग्गज खिलाड़ियों को कड़ी टक्कर दी है। प्रज्ञानानंद का यह नया मुकाम उनके अथक परिश्रम और प्रतिभा का प्रमाण है।
यह उपलब्धि न केवल प्रज्ञानानंद के लिए व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पूरे भारतीय शतरंज समुदाय के लिए गर्व का विषय है। यह दर्शाता है कि भारत शतरंज की दुनिया में एक बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है और आने वाले समय में विश्व पटल पर और भी कई इतिहास रचे जाएंगे।
--Advertisement--