
Up Kiran, Digital Desk: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि भारत अब आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में एक वैश्विक नेता के रूप में उभर रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का दृष्टिकोण अब 'राहत-केंद्रित' न होकर 'पूर्व चेतावनी, सक्रिय रोकथाम और पूर्व तैयारी' पर केंद्रित हो गया है।
गृह मंत्री आपदा प्रबंधन के लिए क्षमता निर्माण पर आयोजित एक वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में NDRF, SDRF, नागरिक सुरक्षा, होम गार्ड और अग्निशमन सेवाओं के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
अमित शाह ने कहा, "पहले हम आपदा आने के बाद सिर्फ राहत और बचाव कार्य पर ध्यान देते थे, लेकिन अब हमारा मंत्र बदल गया है। हम आपदा को आने से रोकने और उसके प्रभाव को कम करने के लिए पहले से तैयारी करते हैं।" उन्होंने 'शून्य मृत्यु' (Zero Casualty) के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम करने का आह्वान किया।
उन्होंने 'आपदा मित्र' कार्यक्रम का जिक्र किया, जिसके तहत देश के 350 से अधिक आपदा-संभावित जिलों में स्थानीय स्वयंसेवकों को आपदा से निपटने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। ये 'आपदा प्रहरी' किसी भी आपदा की स्थिति में सबसे पहले मदद के लिए पहुंचने वाले लोग होते हैं।
शाह ने कहा कि प्रौद्योगिकी, विज्ञान और 'संपूर्ण-सरकार' और 'संपूर्ण-समाज' के दृष्टिकोण को अपनाकर हम भारत को आपदा-रोधी बना सकते हैं और दुनिया के सामने एक मिसाल कायम कर सकते हैं।
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