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Up Kiran, Digital Desk: आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में अब एक नए चैंपियन का ताज पहनाया जाएगा। भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमों के बीच यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है, जहां दोनों टीमों के पास सिद्ध मैच विजेता खिलाड़ी हैं। भारतीय टीम नवी मुंबई में इतिहास रचने की उम्मीद में है, जबकि दक्षिण अफ्रीका भी अपने पहले बड़े खिताब की तलाश में है।

भारत के पास आत्मविश्वास, दक्षिण अफ्रीका की चुनौती

भारत, जो पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुँचा, दक्षिण अफ्रीका को फिर से मात देने के इरादे से मैदान में उतरेगा। भारत ने लीग स्टेज में दक्षिण अफ्रीका को 9 अक्टूबर को विशाखापत्तनम में हराया था, और इस बार एक मजबूत शुरुआत के साथ वे मुकाबले में दबाव बनाए रखने का प्रयास करेंगे।

भारत ने पहले छह ओवरों में ही दक्षिण अफ्रीका के 2 विकेट 18 रन पर गिराए थे। इसके बाद भारत के स्पिनरों ने प्रोटियाज को दबाव में रखा और उनका स्कोर 5 विकेट पर 81 रन तक सीमित कर दिया। लेकिन, फिर भी दक्षिण अफ्रीका के कप्तान क्लो ट्रायोन और लॉरा वोल्वार्ड्ट ने मिलकर टीम को जीत दिलाने की उम्मीद जगाई।

लॉरा वोल्वार्ड्ट की शानदार फॉर्म, भारत के लिए खतरे की घंटी

लॉरा वोल्वार्ड्ट इस टूर्नामेंट में 470 रन बनाकर सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी बनी हैं। हालांकि, उनका साथ देने वाली ताज़मिन ब्रिट्स का प्रदर्शन लगातार उतना अच्छा नहीं रहा। जब इन दोनों के बीच साझेदारी मजबूत हुई, तो प्रोटियाज टीम ने वापसी की। वोल्वार्ड्ट और उनके साथी ब्रिट्स को भारतीय गेंदबाजों द्वारा चुनौती का सामना करना होगा, खासकर दीप्ति शर्मा जैसे खतरनाक स्पिनरों के खिलाफ।

दीप्ति शर्मा और रेनुका सिंह की चुनौती

भारतीय गेंदबाजी की प्रमुख स्तंभ दीप्ति शर्मा टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वाली गेंदबाजों में से एक हैं। वे इस मैच में अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखने की कोशिश करेंगी। वहीं, भारत की तेज गेंदबाज रेनुका सिंह भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। रेनुका ने लीग चरण में जब दोनों टीमें आमने-सामने आई थीं, तब दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को परेशान किया था।

महिला क्रिकेट का भविष्य तय करेगा यह मुकाबला

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से नादिन डी क्लार्क ने टूर्नामेंट में अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से भारतीय गेंदबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं। डी क्लार्क ने मात्र 54 गेंदों में 84 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को जीत दिलाई थी। ऐसे में भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए यह बड़ा चुनौती होगा कि वे अपने खिलाड़ियों को दबाव से बाहर लाकर मैच जीतने की रणनीति बनाएं।

रॉड्रिग्स और मंधाना की जोड़ी बनाएगी अंतर

भारत की सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए नाबाद 127 रन बनाए थे। उनका सामना अब दक्षिण अफ्रीका के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों से होगा। वहीं, रॉड्रिग्स भी टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए संघर्ष कर रही हैं, और उनकी बल्लेबाजी पर सभी की नजरें होंगी।

फाइनल में किसे मिलेगी जीत?

दूसरी ओर, दक्षिण अफ्रीका को भी अपने गेंदबाजों पर भरोसा है, खासकर क्लो ट्रायोन और नॉनकुलुलेको म्लाबा पर। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका को अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों में सटीकता की आवश्यकता होगी ताकि वे भारत को मात दे सकें।