Indian Railways: भारतीय रेलवे प्रतिदिन लगभग दो करोड़ यात्रियों को सेवाएं प्रदान करती है और 7,000 से ज्यादा ट्रेनें चलती हैं। हालांकि, भारत में एक रेलवे ट्रैक ऐसा भी है जिस पर ब्रिटिश कंपनी का मालिकाना हक है। ये नैरो गेज (छोटी लाइन) ट्रैक, जिसे शकुंतला रेलवे ट्रैक के नाम से जाना जाता है, ब्रिटिश कंपनी क्लिक निक्सन एंड कंपनी के अधीन है, जो सेंट्रल प्रोविजंस रेलवे कंपनी (CPRC) के माध्यम से संचालित होती है।
इस ट्रैक पर भारतीय रेलवे को सालाना 1 करोड़ 20 लाख रुपये रॉयल्टी अदा करनी पड़ती है। शकुंतला एक्सप्रेस नाम की एकमात्र ट्रेन इस ट्रैक पर चलती थी, जो अमरावती से मुर्तजापुर के बीच 190 किलोमीटर की दूरी 20 घंटे में तय करती थी। यह ट्रेन 70 साल तक स्टीम इंजन के साथ चली और 1994 में डीजल इंजन में बदल दी गई। हालांकि, अब यह ट्रेन बंद हो चुकी है और इस ट्रैक की हालत खराब हो गई है।
भारतीय रेलवे ने कई बार इस ट्रैक को खरीदने की कोशिश की है, मगर सफल नहीं हो पाई। 2014 और 2016 में शकुंतला एक्सप्रेस को बंद किया गया और आखिरी बार 2020 में यह ट्रेन चली थी। अब स्थानीय लोग फिर से इस ट्रेन को शुरू करने की मांग कर रहे हैं।
हालांकि, हाल की रिपोर्टों के अनुसार, स्थिति बदल गई है और अब भारतीय रेलवे को रॉयल्टी नहीं देनी पड़ती क्योंकि ट्रैक रेलवे की जमीन पर बना है। ब्रिटिश कंपनी की खराब मेंटिनेंस के कारण ट्रैक की स्थिति जर्जर हो गई है और सुरक्षा कारणों से ट्रेनें चलाना बंद कर दिया गया है।
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