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Up Kiran, Digital Desk:  भारतीय मूल के ज़ोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर का चुनाव जीतकर एक नया इतिहास रच दिया है। 34 साल की उम्र में, वह न्यूयॉर्क के सबसे युवा मेयरों में से एक होने के साथ-साथ शहर के पहले मुस्लिम और दक्षिण एशियाई मूल के मेयर बन गए हैं।इस जीत ने न केवल अमेरिका में बसे भारतीय समुदाय में खुशी की लहर दौड़ा दी है, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान उनकी ओर खींचा है। ज़ोहरान की जीत इसलिए भी खास है क्योंकि उनका भारत के साथ एक गहरा और कलात्मक रिश्ता है।

कौन हैं ज़ोहरान ममदानी?

ज़ोहरान ममदानी का जन्म युगांडा के कंपाला में हुआ था, लेकिन उनकी जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं। उनके पिता, महमूद ममदानी, एक प्रसिद्ध शिक्षाविद और लेखक हैं, जबकि उनकी मां, मीरा नायर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित भारतीय फिल्म निर्माता हैं।ज़ोहरान जब सात साल के थे, तब उनका परिवार न्यूयॉर्क आकर बस गया था।

डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य और खुद को लोकतांत्रिक समाजवादी बताने वाले ज़ोहरान ने अपनी राजनीति की शुरुआत एक एक्टिविस्ट के रूप में की थी। मेयर बनने से पहले, वह न्यूयॉर्क राज्य विधानसभा के सदस्य थे। उन्होंने अपने चुनावी अभियान में किफायती आवास, मुफ्त सार्वजनिक परिवहन और आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने जैसे मुद्दों पर ज़ोर दिया, जिसने युवाओं और अप्रवासी समुदायों को खासा आकर्षित किया।

भारत से क्या है कनेक्शन?

ज़ोहरान ममदानी का भारत से कनेक्शन उनकी मां मीरा नायर के जरिए है। मीरा नायर को ‘सलाम बॉम्बे मॉनसून वेडिंग और 'द नेमसेक' जैसी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाना जाता है, जिन्होंने भारतीय संस्कृति और समाज को वैश्विक मंच पर एक नई पहचान दी। ज़ोहरान अपनी मां की फिल्मों और उनकी कलात्मक विरासत से गहरे प्रभावित रहे हैं।

उनकी परवरिश में भारतीय संस्कृति और मूल्यों की अहम भूमिका रही है। वह एक ऐसे घर में पले-बढ़े, जहां राजनीति, कला और सामाजिक मुद्दों पर हमेशा खुली बहस होती थी। इसी माहौल ने उन्हें आम लोगों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील बनाया और राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया।

क्यों खास है यह जीत?

ज़ोहरान ममदानी ने एक ऐसे समय में चुनाव जीता है जब अमेरिका में अप्रवासियों और अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर गरमागरम बहस चल रही है। उन्होंने अपने चुनाव प्रचार में रिपब्लिकन उम्मीदवार कर्टिस सिलवा और पूर्व गवर्नर एंड्रयू क्योमो जैसे बड़े चेहरों को हराया उनकी जीत को अमेरिका में बदलती राजनीति और बढ़ती विविधता के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है। वह न्यूयॉर्क के 111वें मेयर होंगे।

यह जीत दिखाती है कि अब भारतीय मूल के लोग अमेरिकी राजनीति में न केवल हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि नेतृत्व की भूमिका में भी आ रहे हैं। ज़ोहरान ममदानी का मेयर बनना भारत के लिए भी एक गर्व का क्षण है और यह भारत-अमेरिका के रिश्तों को एक नई दिशा दे सकता है।