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Up Kiran, Digital Desk: किसी भी खेल में, चाहे वह क्रिकेट हो, हॉकी हो या कबड्डी, खिलाड़ियों के बीच मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाना एक सामान्य प्रक्रिया रही है। यह परंपरा न सिर्फ खेल की भावना को दर्शाती है, बल्कि दोनों टीमों के बीच सम्मान और खेलmanship का प्रतीक भी मानी जाती है। हालांकि, हाल ही में ‘हैंडशेक’ को लेकर विवाद गहरा गया है, और भारतीय खिलाड़ियों ने इस पर अपने विचार जाहिर किए हैं।

पाकिस्तान के साथ हाथ मिलाने से इनकार

हाल ही में एशिया कप और महिला वर्ल्ड कप में भारतीय खिलाड़ियों ने पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से साफ इनकार कर दिया था। यह स्थिति बहुत सुर्खियों में आई थी। फिर जोहर कप के दौरान, भारतीय खिलाड़ियों ने पाक खिलाड़ियों से हाई-5 करते हुए इस विवाद को और बढ़ा दिया। इस घटना के बाद से कई सवाल उठने लगे थे कि क्या खिलाड़ियों के बीच यह परंपरा अब राजनीति का हिस्सा बन गई है?

रोशन कुजुर ने दिया बड़ा बयान

अब इस विवाद पर भारतीय हॉकी टीम के मिडफील्डर रोशन कुजुर ने एक बड़ा बयान दिया है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "हमने कभी यह महसूस नहीं किया कि हमें हाथ नहीं मिलाना चाहिए। हम सिर्फ खिलाड़ी हैं, और हमारे लिए विपक्षी टीम के खिलाड़ी भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। हमें उनके खिलाफ कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है, और इस कारण हम हाथ मिलाने में नहीं हिचके।"

उन्होंने आगे कहा, "हमारा मकसद सिर्फ खेल जीतने का होता है, और हम हर बार पाकिस्तान को हराना चाहते हैं। हालांकि इस मैच में ड्रॉ हुआ, फिर भी यह एक बेहतरीन मुकाबला था।"

भारत और पाकिस्तान के बीच ड्रॉ मुकाबला

भारत और पाकिस्तान के बीच जो मैच हुआ था, वह लीग स्टेज में 3-3 से ड्रॉ रहा था। पाकिस्तान की टीम चौथे स्थान पर रही, जबकि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 18 अक्टूबर को फाइनल मुकाबला हुआ। यह मुकाबला बहुत ही रोमांचक था, और 58वें मिनट तक स्कोर 1-1 से बराबरी पर था। लेकिन फिर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आखिरी समय में गोल दागकर 2-1 से बढ़त बनाते हुए फाइनल जीत लिया।

भारतीय टीम की हार और प्रदर्शन

फाइनल में भारत को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनका प्रदर्शन काबिल-ए-तारीफ था। खासकर भारतीय हॉकी टीम ने अपनी पूरी मेहनत और प्रतिबद्धता से खेल दिखाया। इस मैच में पाकिस्तान के खिलाफ ड्रॉ के बाद भारतीय टीम ने दिखाया कि वे कभी भी हार मानने वाले खिलाड़ी नहीं हैं, और हार-जीत के बावजूद खेल की भावना का पालन करते हैं।