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भारत में पिछले 65 वर्षों में जनसंख्या के मामले में बहुसंख्यक हिंदुओं की जनसंख्या में गिरावट देखी गई है। इस अवधि के दौरान, देश की कुल जनसंख्या में भी हिंदुओं की हिस्सेदारी में तेजी से कमी देखी गई है। यही नहीं, बाहरी देशों की तुलना में, जैसे कि पाकिस्तान और बांग्लादेश, भारतीय मुस्लिम समुदाय की आबादी में वृद्धि देखी जा रही है।

आंकड़ों के अनुसार, यह गिरावट निरंतर रही है, जिससे हिंदू समुदाय की हिस्सेदारी कम होती जा रही है, जबकि अन्य धर्मों जैसे मुस्लिम, ईसाई, बौद्ध और सिख समुदायों की आबादी में वृद्धि होती जा रही है। इस समय के दौरान, हिंदुओं के अलावा जैन और पारसी समुदायों की भी आबादी में कमी देखी गई है।

बता दें कि देश की जनसंख्या में हिंदुओं की हिस्सेदारी में 6 फीसद की गिरावट आ गई। जनसंख्या में मुस्लिमों की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत बढ़ी है। इसके अतिरिक्त ईसाइयों की हिस्सेदारी में 5.38 फीसद, सिखों की 6.58 फीसदी बढ़ी है।

 

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