जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जनवरी में महंगाई कम हुई है। मगर भारत में यह बढ़ गई है। भारत में गैस, खाद, कॉफी-चाय, कपास और खाद्य तेल जैसी 10 जिंसों की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हालांकि यह 48 %तक सस्ता हो गया है। यही वजह रही कि जनवरी में खुदरा क्षेत्र की महंगाई दर बढ़कर 6.5 %हो गई। पिछले साल नवंबर में महंगाई दर 6 %से नीचे थी।
जनवरी में विश्व बाजार में यूरिया की कीमतों में सबसे ज्यादा 47.6 %की गिरावट आई। हालांकि भारत में इसमें 5.2 %की बढ़ोतरी हुई। वैश्विक बाजार में नेचुरल गैस 28.6 %सस्ती हुई। मगर भारत में यह 95 %ज्यादा महंगा है।
कपास का आयात घटा
इस साल कपास की आवक 40 %कम है। कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद में किसानों ने घर में ही कपास रख रखा है। मूंगफली का उत्पादन 16.4 %घटा है। जानकारों की राय है कि ये दोनों चीजें महंगी हो रही हैं।
रुपये की गिरावट...
केडिया कमोडिटीज के निदेशक अजय केडिया ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट के कारण आयातित सामानों की कीमतें बढ़ रही हैं।
--Advertisement--