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Up Kiran, Digital Desk: सेमीकंडक्टर उद्योग की दिग्गज कंपनी इंटेल ने अपने ऑटोमोटिव चिप डिवीजन को बंद करने का बड़ा फैसला लिया है। इस कदम से कंपनी में बड़े पैमाने पर छंटनी का सिलसिला शुरू हो गया है, क्योंकि इंटेल एक व्यापक पुनर्गठन अभियान चला रहा है। इस खबर से तकनीक और ऑटोमोबाइल उद्योग दोनों में हलचल मच गई है।

द इनसाइडर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटेल ने अपने सैकड़ों कर्मचारियों को बर्खास्त करना शुरू कर दिया है, जो ऑटोमोटिव चिप्स के अनुसंधान, विकास और बिक्री में शामिल थे। ये छंटनी मुख्य रूप से जर्मनी के म्यूनिख और कार्ल्स्रुहे के साथ-साथ भारत में कंपनी के कार्यालयों से की जा रही हैं।

यह फैसला ऐसे समय में आया है जब इंटेल अपनी मुख्य सेमीकंडक्टर व्यवसाय पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रहा है और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तथा डेटा केंद्रों जैसे उच्च-विकास वाले क्षेत्रों में निवेश बढ़ा रहा है। ऑटोमोटिव चिप बाजार, जो स्वायत्त ड्राइविंग और उन्नत ड्राइवर-सहायता प्रणालियों (ADAS) के कारण तेजी से बढ़ रहा है, में पहले ही NVIDIA और क्वालकॉम (Qualcomm) जैसी कंपनियों का दबदबा है। इंटेल संभवतः इस क्षेत्र में पर्याप्त बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में विफल रहा।

कंपनी ने संकेत दिया है कि इन परिवर्तनों का उद्देश्य अपने परिचालन को सुव्यवस्थित करना, लागत कम करना और दीर्घकालिक लाभप्रदता बढ़ाना है। यह छंटनी उन कर्मचारियों को प्रभावित करेगी जो ऑटोमोबाइल चिप डिजाइन, सत्यापन और अन्य संबंधित भूमिकाओं में थे।

यह इंटेल के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक बदलाव है, क्योंकि यह बताता है कि कंपनी अब अपने संसाधनों को उन क्षेत्रों में केंद्रित कर रही है जहां उसे सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी लाभ है। हालांकि, यह उन कर्मचारियों के लिए एक मुश्किल समय है जो इस बदलाव से प्रभावित हुए हैं। यह घटना सेमीकंडक्टर उद्योग में लगातार हो रहे बदलावों और तीव्र प्रतिस्पर्धा को भी उजागर करती है।

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