
ईरान में नुकसान:
इज़राइल की वायुसेना ने 13 जून को ईरान के विभिन्न सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिसमें 224 से अधिक लोगों की मौत हो गई और लगभग 1300 लोग घायल हुए। इन हमलों में ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और खुफिया अधिकारी मारे गए। तेहरान में स्थित रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांड सेंटर पर भी हमला किया गया। ईरान ने इन हमलों का जवाब मिसाइलों से दिया, जिसमें इज़राइल में कम से कम पांच नागरिकों की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हुए।
इज़राइल में नुकसान:
ईरान द्वारा की गई मिसाइल हमलों में इज़राइल के विभिन्न शहरों में नुकसान हुआ। पेटाह तिक्वा में मिसाइलों ने आवासीय इमारतों को नष्ट कर दिया, जिससे 87 लोग घायल हुए, जिनमें एक गंभीर रूप से घायल महिला और एक चार दिन का शिशु भी शामिल है। तेल अवीव और हैफा में भी मिसाइल हमले हुए, जिसमें कई लोग घायल हुए और कुछ लापता हो गए।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
संघर्ष की बढ़ती गंभीरता को देखते हुए, संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों देशों से संघर्ष विराम की अपील की है। अमेरिका ने इज़राइल का समर्थन किया है, जबकि रूस और तुर्की ने मध्यस्थता की पेशकश की है।
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