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Up Kiran, Digital Desk: ईरान ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में एक बड़ी और कड़ी चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि अमेरिका या उसके सहयोगियों द्वारा किसी भी आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने का समय, स्वरूप और पैमाना उसकी सैन्य बल तय करेगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब क्षेत्र में तनाव चरम पर है और इज़रायल-गाजा संघर्ष के बीच ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ रहा है।

ईरान के संयुक्त राष्ट्र में स्थायी मिशन ने एक बयान में कहा, "इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान किसी भी धमकी या अवैध बल के उपयोग का जवाब देने के अपने वैध अधिकार को सुरक्षित रखता है। इस तरह के जवाब का समय, प्रकृति और पैमाना हमारे सशस्त्र बल द्वारा निर्धारित किया जाएगा।" यह बयान स्पष्ट रूप से अमेरिका और इज़रायल को संबोधित है, जो ईरान के परमाणु कार्यक्रम और क्षेत्र में उसके प्रभाव को लेकर चिंतित हैं।

बढ़ता तनाव और क्षेत्रीय अस्थिरता:
यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक स्थिति अत्यंत अस्थिर है। गाजा में युद्ध के बाद से, क्षेत्र में हिंसा बढ़ गई है, जिसमें विभिन्न गुटों के बीच छद्म युद्ध और सीधा टकराव भी शामिल है। अमेरिका ने हाल के हफ़्तों में क्षेत्र में अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई है, और ईरान पर अपनी संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।

ईरान का यह बयान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक गंभीर संकेत है कि वह अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा और किसी भी हमले का दृढ़ता से जवाब देगा। यह दुनिया को बताता है कि ईरान अपने रक्षात्मक क्षमताओं को लेकर गंभीर है और किसी भी कीमत पर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।

इस बयान से क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका है, जिससे वैश्विक तेल बाज़ारों और भू-राजनीतिक स्थिरता पर भी असर पड़ सकता है। संयुक्त राष्ट्र में ईरान का यह बयान एक चेतावनी है कि वह स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए कूटनीति के साथ-साथ सैन्य विकल्पों पर भी विचार करने को तैयार है।

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