
हाल ही में इज़राइल और ईरान के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। इज़राइल द्वारा की गई बमबारी के बाद ईरान ने अपने पुराने मित्र रूस की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देखा है। इस स्थिति को देखते हुए ईरान ने अपने विदेश मंत्री को रूस भेजा है ताकि मदद की अपील की जा सके।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से सहयोग की उम्मीद जताई है। उन्होंने रूस को एक "सच्चा दोस्त" बताया और उम्मीद की कि मुश्किल समय में रूस ईरान का साथ देगा। ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान को मास्को भेजा गया है ताकि वे इस मुद्दे पर रूसी अधिकारियों से बात करें।
इज़राइल द्वारा हाल ही में सीरिया और ग़ज़ा पट्टी में किए गए हवाई हमलों से ईरान में नाराजगी है, क्योंकि इन हमलों में ईरानी समर्थक लड़ाकों को निशाना बनाया गया। इससे पहले ईरान ने चेतावनी दी थी कि अगर इज़राइल उसकी सीमाओं के पास कोई भी कार्रवाई करता है तो वह जवाबी हमला करेगा।
रूस और ईरान के बीच वर्षों से अच्छे संबंध हैं। दोनों देश अमेरिका और पश्चिमी देशों की नीतियों का विरोध करते आए हैं। अब जब मध्य पूर्व में हालात बिगड़ रहे हैं, ईरान चाहता है कि रूस कूटनीतिक और राजनीतिक रूप से उसका समर्थन करे।
इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि मध्य पूर्व में तनाव कम होने की बजाय और अधिक बढ़ता जा रहा है, और आने वाले दिनों में हालात और गंभीर हो सकते हैं।
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