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Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में एक बड़ी आतंकवादी साजिश को नाकाम कर दिया है। स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, शनिवार को एक खुफिया अभियान के तहत तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। इन आतंकवादियों पर आरोप था कि वे जिले के झल्लार क्षेत्र में आत्मघाती हमले की योजना बना रहे थे।

‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (ISPR) द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि यह ऑपरेशन ‘इंटेलिजेंस बेस्ड ऑपरेशन’ (IBO) के तहत किया गया था, जिसका उद्देश्य एक बड़ी आतंकवादी घटना को रोकना था। ISPR ने कहा कि इस कार्रवाई में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के एक बड़े हमले की योजना को विफल किया और एक वाहन पर बम लगाए जाने की योजना को नष्ट कर दिया।

इस ऑपरेशन की जानकारी विश्वसनीय खुफिया सूचनाओं पर आधारित थी, जिसमें पाकिस्तान सरकार द्वारा प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े आतंकवादियों की सक्रियता की बात सामने आई थी। इन आतंकवादियों को 'फितना अल-खवारिज' के नाम से पहचाना जाता है। यह शब्द पाकिस्तान सरकार ने टीटीपी के आतंकियों के लिए उपयोग किया है।

बयान में बताया गया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के ठिकानों पर छापेमारी की और एक आत्मघाती हमले के लिए तैयार किए गए वाहन को नष्ट कर दिया। इस मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए, जबकि इलाके में तलाशी अभियान जारी है, ताकि किसी और आतंकवादी को पकड़कर सजा दी जा सके।

वर्तमान में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ चुका है, खासकर टीटीपी के मुद्दे को लेकर। पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान टीटीपी को शरण दे रहा है और पाकिस्तान में आतंकवादियों की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है। हालांकि अफगानिस्तान ने इन आरोपों को नकारते हुए दावा किया है कि वह किसी भी आतंकवादी संगठन का समर्थन नहीं करता।

तुर्की में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुई बातचीत के दौरान पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने चेतावनी दी थी कि अगर अफगानिस्तान ने अपनी नीति में बदलाव नहीं किया, तो पाकिस्तान को खुले युद्ध के लिए तैयार रहना होगा। इस बयान से दोनों देशों के रिश्तों में और तनाव उत्पन्न हो सकता है।