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Up Kiran, Digital Desk: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में इज़रायल और ईरान के बीच कथित 'युद्ध' के समाप्त होने के बाद अपना पहला सार्वजनिक बयान जारी किया है। उन्होंने दावा किया है कि ईरान ने इज़रायल पर "जीत हासिल की" और यह "हमारी जीत और दुश्मन की हार है"। यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य पूर्व में तनाव कुछ कम हुआ है, लेकिन दोनों देशों के बीच की दुश्मनी अभी भी गहरी बनी हुई है।

खामेनेई ने अपने बयान में इजरायल पर सीधे हमले का जिक्र किया, जिसे ईरान ने सीरिया में अपने दूतावास पर इजरायली हमले के जवाब में किया था। उन्होंने कहा कि ईरान ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया और इजरायल को यह दिखाया कि वह अपनी रक्षा करने में सक्षम है। उनका दावा है कि इस कार्रवाई से इजरायल को एक स्पष्ट संदेश मिला है।

ईरान ने दावा किया था कि उसने इज़रायल के सैन्य ठिकानों पर सैकड़ों मिसाइलें और ड्रोन दागे थे। हालांकि, इज़रायल और उसके सहयोगी देशों (अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस) ने दावा किया कि उन्होंने ईरान के लगभग सभी मिसाइलों और ड्रोन को हवा में ही रोक दिया था, और इज़रायल को न्यूनतम क्षति हुई थी।

खामेनेई का यह बयान ईरान की घरेलू जनता और क्षेत्रीय सहयोगियों के लिए एक मजबूत संदेश देने की कोशिश है, जिसमें वे ईरान की सैन्य क्षमता और उसके दृढ़ संकल्प को उजागर करना चाहते हैं। यह उनके द्वारा ईरान की छवि को एक शक्तिशाली क्षेत्रीय खिलाड़ी के रूप में पेश करने का भी एक प्रयास है, जो इज़रायली आक्रामकता का जवाब दे सकता है।

 अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। ईरान और इज़रायल के बीच तनाव अभी भी बना हुआ है, और भविष्य में किसी भी उकसावे से स्थिति फिर से बिगड़ सकती है। खामेनेई का यह बयान इस बात का संकेत है कि ईरान अपनी स्थिति से पीछे हटने वाला नहीं है और वह क्षेत्रीय सुरक्षा समीकरणों में अपनी भूमिका को लगातार मजबूत करना चाहता है।

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