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Up Kiran, Digital Desk: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) भारत में शिक्षा के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल रहे हैं। इन दोनों के संयुक्त प्रयासों का लक्ष्य समग्र विकास, महत्वपूर्ण सोच और छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करना है, जिससे वे 21वीं सदी की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकें।

NEP 2020 का मूल दर्शन:
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मूल दर्शन समग्र, लचीली और बहु-विषयक शिक्षा पर आधारित है। यह नीति रटने की बजाय समझ, आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता और कौशल विकास को बढ़ावा देती है। इसका उद्देश्य छात्रों को केवल ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि उन्हें वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने और आजीवन सीखने के लिए सशक्त बनाना है।

CBSE की अग्रणी भूमिका:
CBSE, NEP 2020 को लागू करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। बोर्ड ने पाठ्यक्रम को नए शैक्षिक ढांचे (5+3+3+4) के अनुसार पुनर्गठित किया है, जिसमें सीखने के विभिन्न चरणों को परिभाषित किया गया है:

आधारभूत चरण (Foundational Stage): 3-8 वर्ष (प्री-प्राइमरी और कक्षा 1-2)

प्रारंभिक चरण (Preparatory Stage): 8-11 वर्ष (कक्षा 3-5)

मध्य चरण (Middle Stage): 11-14 वर्ष (कक्षा 6-8)

माध्यमिक चरण (Secondary Stage): 14-18 वर्ष (कक्षा 9-12)

अनुभवात्मक शिक्षा और कौशल विकास पर जोर: CBSE ने रटने के बजाय 'करके सीखने' पर जोर दिया है। इसमें कला-एकीकृत शिक्षा, खेल-एकीकृत शिक्षा और कहानी कहने के माध्यम से सीखने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। व्यावसायिक कौशल और कोडिंग को भी पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है, ताकि छात्रों को भविष्य की नौकरियों के लिए तैयार किया जा सके।

मूल्यांकन प्रणाली में सुधार: मूल्यांकन प्रणाली में भी महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं। अब रटने की क्षमता के बजाय छात्रों की समझ, विश्लेषण और आलोचनात्मक सोच का मूल्यांकन किया जाता है। एक समग्र रिपोर्ट कार्ड छात्रों के समग्र विकास को दर्शाता है, जिसमें शैक्षणिक प्रदर्शन के साथ-साथ सह-पाठयक्रम गतिविधियों और जीवन कौशल को भी शामिल किया गया है। 360-डिग्री मूल्यांकन की अवधारणा भी लागू की जा रही है, जिसमें छात्र, शिक्षक और सहकर्मी एक-दूसरे का मूल्यांकन करते हैं।

शिक्षकों का सशक्तिकरण: NEP 2020 शिक्षकों की भूमिका को केंद्रीय मानती है। CBSE सतत व्यावसायिक विकास (CPD) कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षकों को नई शिक्षण विधियों, प्रौद्योगिकी के उपयोग और छात्र-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए प्रशिक्षित कर रहा है।

प्रौद्योगिकी का एकीकरण: डिजिटल साक्षरता, ऑनलाइन संसाधन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी तकनीकें शिक्षा को अधिक सुलभ और आकर्षक बना रही हैं। CBSE डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहा है ताकि छात्रों और शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्री उपलब्ध हो सके।

भारतीय ज्ञान प्रणालियों पर जोर: NEP 2020 भारतीय ज्ञान प्रणालियों, भाषाओं और संस्कृति को पाठ्यक्रम में एकीकृत करने पर भी जोर देती है, जिससे छात्र अपनी जड़ों से जुड़ सकें और अपनी विरासत पर गर्व महसूस कर सकें।

 NEP 2020 और CBSE मिलकर भारतीय शिक्षा को एक नए युग में ले जा रहे हैं। यह छात्रों को न केवल शैक्षणिक रूप से मजबूत बना रहा है, बल्कि उन्हें रचनात्मक, लचीला और महत्वपूर्ण सोच वाला नागरिक भी बना रहा है, जो 21वीं सदी की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।

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