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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय निशानेबाजी की युवा सनसनी ईशा सिंह ने एक बार फिर दुनिया में देश का परचम लहरा दिया है। कतर के दोहा में चल रहे ISSF वर्ल्ड कप फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए, ईशा ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक (Gold Medal) अपने नाम कर लिया है। उनकी इस जीत के साथ ही भारत ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 'गोलाना चौका' पूरा कर लिया ਹੈ।

फाइनल मुकाबले में 19 वर्षीय ईशा ने गजब का धैर्य और सटीकता दिखाई। उन्होंने 40 में से 31 निशाने सही लगाकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। यह उनके करियर की एक और बड़ी उपलब्धि है और यह दिखाती ਹੈ कि वह आने वाले समय में भारत के लिए कितनी बड़ी उम्मीद हैं।

क्या है भारत का 'गोलाना चौका'?

इस टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन असाधारण रहा । ईशा की यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि वह इस प्रतियोगिता में सोना जीतने वाली चौथी भारतीय निशानेबाज बन गई हैं। उनसे पहले:

रुद्रांक्ष पाटिल (10 मीटर एयर राइफल)

स्वप्निल कुसाले (50 मीटर राइफल 3-पोजीशन)

अनीश भानवाला (25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल)

ने भी अपने-अपने इवेंट में स्वर्ण पदक जीते थे। इन चार स्वर्ण पदकों के साथ, भारत ने इस ISSF वर्ल्ड कप फाइनल में अपना दबदबा कायम कर लिया  जिसे 'गोलाना चौका' (golden quad) कहा जा रहा है।

यह सफलता भारतीय निशानेबाजी के सुनहरे भविष्य का संकेत ਹੈ और दिखाती है कि देश के युवा निशानेबाज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को टक्कर देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।

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