ईरान इजरायल के मध्य तनाव बढ़ता जा रहा है। किसी भी पल ईरान इजराइल से सीरिया में ईरानी दूतावास पर किए गए हमले का बदला ले सकता है। इजराइल भी पूरी तरह तैयार है। ऐसे में किसी भी वक्त दुनिया को एक तीसरी जंग देखने को मिल सकती है। मगर ये तनाव अब सिर्फ दो मुल्कों के बीच ही नहीं बल्कि इस बवाल के चलते अब दूसरे देशों में भी तनाव बढ़ने लगा है।
इजराइल-ईरान युद्ध के मुद्दे पर अमेरिका को करारा झटका लगा है। दरअसल ब्रिटिश नौसेना जिसने हाल के महीनों में यमन के विरूद्ध अमेरिकी गठबंधन में सक्रिय रूप से और गंभीरता से हिस्सा लिया है, उसने अब दावा किया है कि ईरान और इजराइली शासन के बीच तनाव का लंदन से कोई संबंध नहीं है और ब्रिटेन फिलिस्तीनी तटों के विरूद्ध अमेरिकी ऑपरेशन में हिस्सा नहीं लेगा। मगर इसके साथ ही ब्रिटेन ने ये भी कहा है कि इजराइल पर ईरान द्वारा हमले की बढ़ती संभावना के साथ ब्रिटिश नौसेना और वायुसेना संघर्ष के समय में इस देश के नागरिकों को मध्यपूर्व से निकालने के लिए तैयार है।
बता दें कि, इससे पहले अमेरिका के प्रेसिडेंट बाइडेन ने शुक्रवार को उम्मीद जताई कि इस महीने ईरान इजराइल पर हमला करेगा। बाइडेन ने ईरान की तरफ से इजराइल पर होने वाले हमले की उम्मीद जताते हुए कहा कि हम इजराइल की रक्षा करेंगे। हम इजराइल का समर्थन करेंगे। हम इजराइल की रक्षा में मदद करेंगे और ईरान सफल नहीं होगा।
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