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Up Kiran, Digital Desk: इज़राइल और हमास के बीच टकराव अब निर्णायक मोड़ पर है। गाजा पट्टी में इज़राइली वायु सेना (IAF) ने बीते 24 घंटों के भीतर करीब 100 ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया। इज़राइली डिफेंस फोर्स (IDF) के मुताबिक, इन हमलों में सुरंगें, हथियार डिपो, आतंकी ठिकाने और कमांड सेंटर्स शामिल थे।

गाज़ा सिटी में सबसे बड़ा सैन्य ऑपरेशन

IDF की 98वीं डिवीजन ने गाज़ा शहर में लगातार ऑपरेशन को अंजाम देते हुए कई अहम ठिकानों को ध्वस्त किया। आतंकियों द्वारा बम-जाल वाली इमारतों और सुरंगों को भी नष्ट किया गया। रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्रवाई में कई फील्ड कमांडर मारे गए हैं।

दूसरी ओर, 162वीं डिवीजन ने ड्रोन की मदद से हमास के कई ठिकानों पर प्रहार किए और आतंकवादियों को खत्म किया। उत्तर गाज़ा में भी 99वीं डिवीजन ने हमास के कई अड्डों को नष्ट कर दिया है।

हमास की 'विदाई तस्वीर' ने बढ़ाया तनाव

इस बीच, हमास की सशस्त्र शाखा क़स्साम ब्रिगेड ने 48 इज़राइली बंधकों की एक 'विदाई तस्वीर' जारी की है। यह तस्वीरें ऑनलाइन साझा की गई हैं, जिसमें कुछ बंधक जीवित और कुछ मृत दिखाए गए हैं। हर तस्वीर के साथ “रॉन अराद” लिखा गया था — जो एक लापता इज़राइली पायलट का संदर्भ है।

राजनीतिक संदेश या साइकोलॉजिकल वॉरफेयर?

हमास की इस चाल को कई विशेषज्ञ एक साइकोलॉजिकल वॉर बता रहे हैं। जारी बयान में इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और सेना प्रमुख इयाल ज़मीर पर निशाना साधा गया है। बयान में कहा गया है कि नेतन्याहू के “इनकार और ज़मीर के आत्मसमर्पण” के कारण यह तस्वीरें साझा की गई हैं।