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इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने इस बार अमेरिका की बात मानने से मना कर दिया है। दरअसल, अमेरिका ने गाजा में सहायता पहुंचाने और आम नागरिकों की रक्षा के लिए कुछ वक्त के लिए जंग रोकने का इजरायल से अनुरोध किया था, जिसे इजरायल ने ठुकरा दिया। इजरायल ने साफ कर दिया है कि जब तक हमास 240 इजरायली बंधकों को नहीं छोड़ेगा, वो युद्ध जारी रखेगा।

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन जंग शुरू होने के बाद तीसरी बार इजरायल गए। उन्होंने दक्षिणी इजरायल में सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद उसे कुचलने की इजरायल की मुहिम के प्रति अपना समर्थन दोहराया। उन्होंने गहराते मानवीय संकट से निपटने के लिए युद्ध को थोड़ी देर के लिए रोकने को कहा।

प्रेसिडेंट बाइडेन के आह्वान को भी दोहराया। दरअसल, इजरायल की स्ट्राइक एवं जमीनी हमलों के कारण फिलिस्तीन में मृतकों की संख्या बढ़ रही है और गहराते मानवीय संकट को लेकर भी मुश्किलें बढ़ी हुई है।

युद्ध क्षेत्र में मौजूद डॉक्टरों का कहना है कि इजरायल घेराबंदी के चलते दवाओं और ईंधन की कमी के चलते उनकी व्यवस्था ठप होने की कगार पर पहुंच चुकी है।
 

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