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Up Kiran, Digital Desk: इज़राइल के रक्षा बलों ने बुधवार (19 नवंबर) को गाजा शहर और खान यूनिस पर एक नई हमलावर श्रृंखला शुरू की। इस हमले में कम से कम 25 लोग मारे गए और 77 लोग घायल हुए हैं। यह हमले घनी आबादी वाले इलाकों में हुए, जो युद्धविराम समझौते के बावजूद हिंसा की तेज़ी को दर्शाते हैं।

इन हमलों के बावजूद, अमेरिका की मध्यस्थता से हुआ युद्धविराम अब तक किसी हल की ओर नहीं बढ़ पाया। ऐसे में यह स्पष्ट है कि इस संघर्ष को रोकने के लिए प्रयासों में गंभीर कमी है।

लेबनान में फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर हमला

इसके पहले, 18 नवंबर को, इज़राइली विमानों ने दक्षिणी लेबनान में स्थित एक फिलिस्तीनी शरणार्थी शिविर पर हमला किया। इस हमले से यह साबित हो गया कि यह संघर्ष अब गाजा के बाहर भी फैल गया है, जिससे उत्तरी सीमा पर इज़राइल और लेबनान के बीच तनाव में इज़ाफा हुआ है। इस हमले से शरणार्थी शिविर में भारी तबाही हुई, जिससे वहां के नागरिकों में दहशत का माहौल है।

युद्धविराम उल्लंघन के कारण हताहतों की संख्या में वृद्धि

अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइल द्वारा अमेरिकी मध्यस्थता से हुए युद्धविराम समझौते की लगातार अवहेलना की जा रही है। इज़राइली रक्षा बलों ने गाजा में 393 हमले किए, जिसमें 280 से अधिक लोग मारे गए और 672 से अधिक लोग घायल हुए। यह आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि संघर्ष को समाप्त करने के बजाय, इज़राइल ने हिंसा को और बढ़ाया है।

इज़राइली अधिकारियों का कहना है कि हमास के उग्रवादियों द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करने के बाद, उन्होंने यह हमले किए। लेकिन इन हमलों ने युद्धविराम को और भी कमजोर कर दिया है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा की स्थिति गंभीर हो गई है।

गाजा में इज़राइली हवाई हमले, 9 लोग मरे

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने इज़राइल द्वारा युद्धविराम का उल्लंघन करने के बाद, गाजा में इज़राइली हवाई हमलों में 9 लोग मारे गए थे। इस दौरान इज़राइल ने हमास पर युद्धविराम उल्लंघन का आरोप लगाया था और गाजा में बड़े पैमाने पर हवाई हमलों का सिलसिला शुरू कर दिया था।

इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बाद में घोषणा की थी कि उन्होंने सेना को गाजा में तेज़ हमले करने का निर्देश दिया था। यह आदेश अमेरिका के साथ समन्वय करके दिया गया था, लेकिन फिर भी हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही।