उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में रोड एक्सीडेंट में पंद्रह लोगों की मौत के एक दिन बाद अफसरों ने रविवार को कहा कि शारीरिक परीक्षण के साथ-साथ ड्राइवरों के लाइसेंस में 'हिल एंडोर्समेंट' पर ज्यादा जोर देने की आवश्यकता है।
राज्य के पहाड़ी रास्तों पर उन्हीं ड्राइवरों को कॉमर्शियल वाहन चलाने की अनुमति दी जाएगी जो पहाड़ के संवेदनशील रूटों के मुताबिक योग्य होंगे। इसके लिए टेस्ट लिया जाएगा। मैदानी क्षेत्रों के चालकों के पहाड़ी रास्तों पर वाहन चलाने की दक्षता की जांच के लिए राज्य सरकार मानक सख्त करने जा रही है।
मामले में एक सरकारी अफसर ने सोमवार को बताया कि अब ऑनलाइन वीडियो के जरिएग एग्जाम के बजाए ड्राइवर की दक्षता की वास्तविक जांच के बाद ही उसे पहाड़ी रास्तों पर वाहन चलाने का सर्टिफिकेट मिलेगा। हिल इंडोर्समेंट की प्रक्रिया में चालक के आवेदन के बाद उसका ऑटोमेटेड ट्रैक पर टेस्ट लिया जाएगा।
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