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बिहार के खगड़िया जिले में एक बार फिर खूनखराबे की खबर ने पूरे इलाके को दहला दिया है। बुधवार शाम जदयू के जिला महासचिव कौशल सिंह (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। ये वारदात चौथम थाना क्षेत्र में एनएच-107 पर पूर्वी टोला कैथी और जयप्रभा नगर के बीच हुई। कौशल सिंह अपने गोदाम के पास थे, जब बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें निशाना बनाया। चार गोलियां, कनपटी पर घातक वार, और मौके से फरार हमलावर- यह घटना किसी फिल्मी सीन से कम नहीं लगती। मगर इसके पीछे की कहानी क्या है? चलिए, इस हत्याकांड की परतें खोलते हैं।

सुनसान सड़क पर भयानक वारदात

कौशल सिंह अपनी पत्नी के साथ बाइक पर सवार होकर गोदाम की ओर जा रहे थे। शाम का वक्त था, सड़क सुनसान। तभी पीछे से बाइक सवार तीन बदमाश उनके करीब आए। पत्नी के मुताबिक, पहले बदमाशों ने उन्हें रोका। फिर एक हमलावर जो कौशल का भतीजा बताया जा रहा है। उसने पिस्तौल निकाली और गोली चला दी।

पहली गोली कनपटी में लगी, कौशल बाइक से गिर पड़े। इसके बाद भी हमलावरों का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ- उन्होंने दो और फायर किए। इसके बाद तीनों सोनवर्षा की ओर भाग निकले। घायल कौशल को फौरन खगड़िया के नेक्टर हॉस्पिटल ले जाया गया, मगर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की शुरुवाती जांच में पारिवारिक विवाद की बात सामने आ रही है। कौशल की पत्नी ने साफ कहा कि हमलावर उनका भतीजा था। मगर क्या ये सिर्फ घरेलू झगड़ा था या इसके पीछे कोई बड़ी साजिश छिपी है?

सूत्रों की मानें तो बदमाशों ने कौशल की रेकी पहले से कर रखी थी। घटनास्थल की सुनसान जगह और हमले का तरीका इस बात की ओर इशारा करता है कि ये हत्या अचानक नहीं, बल्कि प्लानिंग के साथ की गई। जदयू नेता होने के नाते क्या उनकी राजनीतिक सक्रियता भी निशाने पर थी? ये सवाल अभी अनसुलझा है।