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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड में मानसून का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। राज्य के कई इलाकों में सोमवार को झमाझम बारिश हुई, जिससे आम जनजीवन के साथ-साथ दुर्गा पूजा की तैयारियों पर भी असर पड़ा है। मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों के लिए सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर उन जिलों में जहां भारी बारिश की आशंका जताई गई है।

अलर्ट पर आधे से ज्यादा जिला, कुछ इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार सुबह तक गिरिडीह, देवघर, दुमका, जामताड़ा और धनबाद में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, रांची, रामगढ़, बोकारो, कोडरमा, खूंटी, हजारीबाग, साहिबगंज सहित 12 जिलों में येलो अलर्ट लागू किया गया है।

लातेहार, चतरा, हजारीबाग और कोडरमा में भी ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है। 16 और 17 सितंबर को पलामू, लोहरदगा और गढ़वा जैसे जिलों में मौसम बिगड़ने की आशंका है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात का असर

रांची मौसम केंद्र के उप निदेशक अभिषेक आनंद ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और उत्तर-पूर्वी बांग्लादेश में बने चक्रवाती सिस्टम के कारण झारखंड में 18 सितंबर तक अच्छी खासी बारिश हो सकती है। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि 20 सितंबर के बाद मौसम में सुधार होगा।

रांची समेत कई शहरों में पानी-पानी

राजधानी रांची में रविवार दोपहर से रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश होती रही। बीते 24 घंटों में शहर में करीब 40.8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इसी तरह झारखंड में 1 जून से 15 सितंबर तक सामान्य से 20% अधिक बारिश दर्ज हुई। आमतौर पर इस अवधि में 920.8 मिमी वर्षा होती है, जबकि इस बार 1100.5 मिमी बारिश हो चुकी है।

पूर्वी सिंहभूम में सबसे ज्यादा, पाकुड़ में सबसे कम बारिश

बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो पूर्वी सिंहभूम में 59% ज्यादा वर्षा हुई है, जबकि सरायकेला-खरसावां में 53% और रांची में 49% अधिक बारिश दर्ज की गई। दूसरी ओर, पाकुड़ जिले में बारिश की कमी देखी गई, जहां अब तक 26% कम वर्षा हुई है।