
Aman Sahu Gangster Encounter: झारखंड के पलामू जिले में पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को मार गिराया। यह मुठभेड़ उस समय हुई जब साहू के गिरोह के सदस्य उसे पुलिस हिरासत से छुड़ाने के लिए एक योजनाबद्ध हमले को अंजाम दे रहे थे। घटना ने झारखंड पुलिस की तत्परता और साहस को एक बार फिर उजागर किया है, जबकि इस मुठभेड़ के एक दिन पहले राज्य के पुलिस महानिदेशक (DGP) अनुराग गुप्ता ने जेलों में आपराधिक साजिशों की ओर इशारा किया था।
जानें पूरा मामला
आज सवेरे जब अमन साहू को छत्तीसगढ़ की रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था, तो उसके गुट के लोगों ने पुलिस वाहन पर अचानक अटैक कर दिया। ये हमला रामगढ़ थाना क्षेत्र के अंधेरीटोला के पास हुआ जब गैंगस्टर के साथी पुलिस को उसे छुड़ाने का प्रयास कर रहे थे। एक पुलिस कर्मचारी ने बताया कि जैसे ही पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ शुरू हो गई और साहू को गोली लगी। घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। तो वहीं एक पुलिसकर्मी जख्मी हो गया।
माना जाता था लॉरेंस बिश्नोई का करीबी
अमन साहू को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता था और वह बिश्नोई के लिए गुर्गों की सप्लाई करता था। बदले में उसे हाईटेक हथियार मिलते थे, जिससे उसकी आपराधिक गतिविधियां और बढ़ गईं। अमन को महंगे कपड़ों और अय्याशी का भी शौक था। ये भी कहा जाता है कि अमन और लॉरेंस के बीच मयंक सिंह उर्फ सुनील मीणा एक मिडलमैन के रूप में काम करता था, जो दोनों के आपराधिक तारों को जोड़ता था।