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Up kiran,Digital Desk : राजस्थान की राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में रविवार का दिन 30 पर्यटकों के लिए जिंदगी भर का खौफनाक अनुभव बन गया। लॉयन सफारी के दौरान अचानक उनकी बस में आग लग गई, जिससे बीच जंगल में उनकी जान पर बन आई। स्थिति इतनी भयानक थी कि बस के अंदर आग की लपटें थीं और बाहर खुले में घूम रहे शेर।

एक तरफ आग, दूसरी तरफ शेर... जाएं तो जाएं कहां?

यह घटना उस वक्त हुई जब करीब 30 सैलानियों से भरी एक सफारी बस जंगल के बीचों-बीच थी। अचानक बस में हुआ और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। बस से आग की ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं। अंदर बैठे पर्यटकों में चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। उनके सामने दोहरी मुसीबत थी- अगर वे जान बचाने के लिए बस से नीचे उतरते तो बाहर घूम रहे शेरों का निवाला बन सकते थे, और अगर बस में ही रहते तो आग में जलने का खतरा था।

रेस्क्यू टीम ने बचाई जान

जैसे ही इस भयानक घटना की सूचना वन विभाग के अधिकारियों को मिली, हड़कंप मच गया। तुरंत एक रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना किया गया। एसीएफ देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि रेस्क्यू टीम बिना कोई देरी किए दूसरी गाड़ी लेकर घटनास्थल पर पहुंची और दिलेरी दिखाते हुए सभी 30 सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। समय पर हुई इस कार्रवाई से एक बहुत बड़ा हादसा टल गया, जिसमें कई जानें जा सकती थीं।

पहले भी हो चुके हैं हादसे, कब जागेगा प्रशासन?

यह कोई पहली बार नहीं है जब नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पर्यटकों की सुरक्षा में इस तरह की बड़ी चूक सामने आई है। इससे पहले भी यहां सफारी के दौरान गाड़ी का पहिया गड्ढे में फंसने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। बार-बार हो रहे ऐसे हादसे पार्क में वन विभाग की सुरक्षा व्यवस्था और मॉनिटरिंग सिस्टम पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं। सवाल यह है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार क्यों कर रहा है और पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर इतना लापरवाह रवैया क्यों अपनाया जा रहा है