
Up Kiran, Digital Desk: पाकिस्तान के एक प्रमुख नेता बिलावल भुट्टो ने भारत में मुसलमानों की स्थिति को लेकर एक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा कि भारत में मुसलमानों को 'दानवीकरण' (यानी बेहद नकारात्मक और बुरा बनाकर पेश) किया जाता है। हालांकि, उनके इस दावे को एक पत्रकार ने सीधे तौर पर चुनौती दी और सच्चाई जानने की कोशिश की।
एक वीडियो में सामने आई इस घटना में, पत्रकार ने बिलावल भुट्टो से उनके इस बयान पर सवाल किया। पत्रकार का सवाल सीधे तौर पर उनके दावे की प्रामाणिकता (authenticity) और तथ्यों पर आधारित था। यह दर्शाता है कि मीडिया किस तरह सार्वजनिक मंचों पर दिए गए राजनीतिक बयानों की जांच कर सकता है।
पत्रकार द्वारा सवाल पूछने से बिलावल भुट्टो का दावा सीधे तौर पर सवालों के घेरे में आ गया। यह घटना उस व्यापक संदर्भ में महत्वपूर्ण है जहां भारत और पाकिस्तान के बीच अक्सर एक-दूसरे के आंतरिक मामलों, खासकर अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर आरोप-प्रत्यारोप लगते रहते हैं।
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