
चिट्टापूर, कर्नाटक: कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उनके विधानसभा क्षेत्र चिट्टापूर में तनाव का माहौल है। इस घटना के विरोध में बुधवार को ब्लॉक कांग्रेस ने बंद का ऐलान किया, जिसे लोगों का भारी समर्थन मिला। आलम यह था कि पूरा कस्बा लगभग पूरी तरह से बंद रहा।
सुबह से ही सभी दुकानें, होटल, बाजार और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान कांग्रेस नेता के समर्थन में बंद रहे। चिट्टापूर की जिन सड़कों पर हमेशा चहल-पहल रहती थी, वे सुनसान नजर आईं। कारोबारियों और स्थानीय लोगों ने अपनी मर्जी से इस बंद में हिस्सा लिया और मंत्री को मिली धमकी पर अपना गुस्सा जाहिर किया।
इस बंद का असर यह हुआ कि किराना, मेडिकल स्टोर, फल-सब्जी की दुकानें और यहां तक कि गैराज भी दिन भर बंद रहे। हालांकि बंद शांतिपूर्ण था, लेकिन आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया।सार्वजनिक परिवहन पर भी इसका असर देखने को मिला। कलाबुरगी, सेडम और कलगी से आने वाली बसों को चिट्टापूर बस डिपो के पास ही रोक दिया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
इस दौरान, सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता बाइक पर निकलकर अपने नेता प्रियांक खड़गे के समर्थन में नारे लगाते नजर आए। उनकी मांग थी कि जिन लोगों ने मंत्री को फोन पर धमकी दी है, उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाए। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि कुछ "असामाजिक तत्व" कांग्रेस नेताओं को डराकर इलाके का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
हालात को काबू में रखने के लिए पूरे शहर में, खासकर बस स्टैंड और मुख्य बाजार जैसी संवेदनशील जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस की मुस्तैदी के चलते बंद के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या तोड़-फोड़ की कोई घटना नहीं हुई।
स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने इस धमकी को एक "कायराना हरकत" बताते हुए कहा कि इसका मकसद लोगों में डर पैदा करना और शांति भंग करना है।एक नेता ने कहा, “प्रियांक खड़गे एक युवा और ऊर्जावान मंत्री हैं जो इस क्षेत्र के विकास के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। उन्हें चुप कराने या डराने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”