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भारतीय क्रिकेट में जब भी भरोसेमंद और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाजों की बात होती है, तो केएल राहुल का नाम जरूर लिया जाता है। उन्होंने खुद को हर फॉर्मेट में साबित किया है—चाहे टेस्ट हो, वनडे या टी20। उनकी बल्लेबाजी में वो संयम और क्लास नजर आता है, जो आज के दौर में कम ही देखने को मिलता है। राहुल ना सिर्फ रन बनाते हैं, बल्कि मुश्किल हालात में टीम के लिए दीवार बनकर खड़े रहते हैं।

शुरुआत से ही क्रिकेट से था जुड़ाव

केएल राहुल का जन्म 18 अप्रैल 1992 को कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में हुआ था। उनका असली नाम कन्नूर लोकेश राहुल है। बचपन से ही क्रिकेट के प्रति उनका लगाव गहरा था। उन्होंने क्रिकेट की बारीकियों को जल्दी समझ लिया था और यही वजह रही कि साल 2010 में उन्हें भारतीय अंडर-19 टीम में जगह मिल गई। उसी साल वह अंडर-19 वर्ल्ड कप में भी खेले।

राहुल का घरेलू करियर भी शानदार रहा। 2013-14 के रणजी ट्रॉफी सीजन में उन्होंने कर्नाटक की ओर से खेलते हुए 1033 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और नौ अर्धशतक शामिल थे। इसी प्रदर्शन ने उन्हें भारतीय क्रिकेट जगत में एक नई पहचान दिलाई। उस सीजन के बाद से वह चयनकर्ताओं की नजरों में आ गए थे।

IPL में बनी नई पहचान

रणजी में धमाल मचाने के बाद उन्हें आईपीएल ऑक्शन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदा। इसके बाद 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हें एक करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल कर लिया। धीरे-धीरे राहुल ने आईपीएल में खुद को एक भरोसेमंद बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया और कई मैचों में अपनी टीम को जीत दिलाई।

अब तक उन्होंने 137 आईपीएल मैचों में कुल 4921 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने चार शतक और 39 अर्धशतक भी लगाए हैं। मौजूदा सीजन में वह दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेल रहे हैं, और टीम ने उन्हें 14 करोड़ रुपये में अपने स्क्वाड में शामिल किया है।

वनडे डेब्यू पर रचा इतिहास

साल 2016 में केएल राहुल को भारत की वनडे टीम में मौका मिला और उन्होंने अपने पहले ही मैच में इतिहास रच दिया। यह मुकाबला जिम्बाब्वे के खिलाफ था, और राहुल ने नाबाद 100 रन की पारी खेली। इसके साथ ही वह भारत के पहले खिलाड़ी बन गए जिन्होंने वनडे डेब्यू पर शतक लगाया। यह रिकॉर्ड अब भी उनके नाम है और किसी अन्य भारतीय बल्लेबाज ने अब तक इसे नहीं तोड़ा है।

राहुल की वह पारी सिर्फ एक शतक नहीं थी, वह एक संदेश था—कि यह बल्लेबाज लंबी रेस का घोड़ा है।

तीनों फॉर्मेट में चमक बिखेरी

वनडे के बाद उन्होंने टेस्ट और टी20 में भी खुद को साबित किया। आज वह तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया के एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। उन्होंने 58 टेस्ट मैचों में 3257 रन, 85 वनडे मैचों में 3043 रन और 72 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 2265 रन बनाए हैं। उनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 17 शतक दर्ज हैं, जो किसी भी बल्लेबाज की काबिलियत को दिखाने के लिए काफी हैं।

चैंपियंस ट्रॉफी विजेता खिलाड़ी

केएल राहुल उस भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे हैं जिसने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जीता था। इस ट्रॉफी में उन्होंने कई मैचों में अहम पारियां खेलीं और टीम की जीत में बड़ा योगदान दिया।

आगे भी बहुत कुछ बाकी है

आज जब केएल राहुल अपना जन्मदिन मना रहे हैं, तो यह केवल उनके लिए नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक गर्व का पल है। वह उन खिलाड़ियों में से हैं जिनसे युवा क्रिकेटर प्रेरणा लेते हैं। तकनीक, धैर्य और मेहनत के बल पर राहुल ने जो मुकाम हासिल किया है, वह किसी भी खिलाड़ी के लिए एक मिसाल है।

राहुल का क्रिकेटिंग सफर अभी जारी है और उनसे आने वाले सालों में भी बड़ी पारियों की उम्मीद की जा रही है। वह सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि उस जुनून का नाम हैं, जो हर युवा को अपने सपनों के पीछे दौड़ने के लिए प्रेरित करता है।