
अंतरिक्ष में मौजूद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर एक खास मॉड्यूल है, जिसका नाम है कपोला मॉड्यूल (Cupola Module)। यह एक ऑब्जर्वेशन डेक की तरह काम करता है, जहां से अंतरिक्ष यात्री धरती, तारों और पूरे ब्रह्मांड का नज़ारा कर सकते हैं। हाल ही में भारतीय वैज्ञानिक शुभांशु श्रीवास्तव ने भी इसी मॉड्यूल से अंतरिक्ष का अद्भुत दृश्य देखा।
कपोला मॉड्यूल की सबसे बड़ी खासियत इसकी 7 बड़ी खिड़कियां हैं। इन खिड़कियों से पूरे 360 डिग्री एंगल में अंतरिक्ष और पृथ्वी का नज़ारा देखा जा सकता है। यह मॉड्यूल 2010 में ISS में जोड़ा गया था और इसका निर्माण यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने किया है।
इस मॉड्यूल का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष स्टेशन के बाहरी हिस्सों की निगरानी करना, रोबोटिक गतिविधियों पर नजर रखना और अंतरिक्ष यात्रियों को एक सुरक्षित जगह देना है, जहां से वे फोटो और वीडियो ले सकते हैं या बस खिड़की से ब्रह्मांड का आनंद ले सकते हैं।
इसमें सबसे बड़ी गोल खिड़की इंसानों द्वारा बनाई गई सबसे बड़ी अंतरिक्ष खिड़की मानी जाती है। यह खिड़की ना सिर्फ सुंदरता देती है बल्कि वैज्ञानिक गतिविधियों में भी मदद करती है।
शुभांशु जैसे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए कपोला मॉड्यूल भावनात्मक अनुभव भी होता है, क्योंकि वहां से धरती को देखकर इंसान को अपनी छोटी सी दुनिया का एहसास होता है। यह मॉड्यूल न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्पेस में इंसानी मौजूदगी को महसूस करने का जरिया भी है।
--Advertisement--