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बेंगलुरु। सरकार ने राज्य के सभी धार्मिक बंदोबस्ती विभागों के दायरे में आने वाले मंदिरों में प्रसाद के लिए कर्नाटक दुग्ध संघ के नंदिनी घी का उपयोग करने का आदेश जारी किया है। तिरूपति के लड्डू प्रसाद में गोमांस की चर्बी पाए जाने के बाद अन्य निजी कंपनियों ने कम कीमत वाले घी के इस्तेमाल को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
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तिरूपति मंदिर के लड्डुओं में गाय की चर्बी, सूअर की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल की रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्य के मुजराई विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी मंदिरों में पूजा और प्रसाद के लिए केवल नंदिनी घी का उपयोग करने का निर्णय लिया गया है। इस संदर्भ में, कर्नाटक राज्य के धार्मिक बंदोबस्ती विभाग के तहत सभी अधिसूचित मंदिरों और दसोहा भवन में सेवाओं और सभी प्रकार के प्रसाद की तैयारी के लिए केवल नंदिनी घी का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है। वहीं मंदिरों में बनने वाले प्रसाद में भी गुणवत्ता बनाए रखने का सुझाव दिया गया है।