
Up Kiran, Digital Desk: आयकर रिटर्न (ITR) भरने का समय आ गया है, और हर साल की तरह, इस बार भी कुछ नए नियम और टैक्स स्लैब हैं जिन्हें जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है। रिटर्न जमा करने से पहले इन बातों का ध्यान रखने से न केवल आपकी प्रक्रिया आसान होगी, बल्कि आप संभावित गलतियों से भी बचेंगे और टैक्स बचत का पूरा लाभ उठा पाएंगे।
नए टैक्स स्लैब को समझें: केंद्र सरकार ने करदाताओं के लिए कर स्लैब में बदलाव किए हैं। अब आपके पास पुरानी और नई, दोनों कर व्यवस्थाओं में से चुनने का विकल्प है। यह चुनाव आपकी आय, कटौतियों और निवेश के आधार पर करना बुद्धिमानी होगी, क्योंकि इससे आपके टैक्स पर सीधा असर पड़ेगा। सलाह दी जाती है कि अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और देखें कि कौन सी व्यवस्था आपके लिए अधिक फायदेमंद है।
रिटर्न जमा करने से पहले ध्यान रखने योग्य ज़रूरी बातें:
ज़रूरी दस्तावेज़ तैयार रखें: ITR भरने से पहले अपने सभी ज़रूरी दस्तावेज़, जैसे पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट, फॉर्म 16 (अगर आप वेतनभोगी हैं), निवेश प्रमाण (जैसे LIC, PPF, ELSS, होम लोन आदि के दस्तावेज), और आय के अन्य स्रोत से जुड़े दस्तावेज़ इकट्ठा कर लें। अधूरे दस्तावेज़ों से देरी हो सकती है।
सभी आय का खुलासा करें: वेतन, व्यवसाय/पेशा, घर से किराया, पूंजीगत लाभ, और अन्य स्रोतों से प्राप्त आय, जैसे बचत खाते का ब्याज – सभी का सही-सही ब्यौरा दें। कोई भी आय छुपाने से बचें, क्योंकि यह कानूनी रूप से गलत है और भविष्य में परेशानी का सबब बन सकता है।
कटौतियों और छूटों का लाभ उठाएं: आयकर अधिनियम की धारा 80C, 80D, 80G, HRA आदि के तहत मिलने वाली छूटों और कटौतियों की पूरी जानकारी रखें और उनका लाभ उठाएं। यह आपके कर योग्य आय को कम करने में मदद करेगा और आपके टैक्स के बोझ को हल्का करेगा।
समय सीमा का ध्यान रखें: ITR फाइल करने की अंतिम तिथि का ध्यान रखें और अंतिम समय की भीड़ से बचने के लिए समय पर अपना रिटर्न जमा करें। देरी करने पर जुर्माना लग सकता है और कुछ लाभ भी खो सकते हैं।
सही सत्यापन ज़रूरी: ITR सफलतापूर्वक जमा करने के बाद उसका ई-सत्यापन (e-verification) करना न भूलें। इसके बिना आपका रिटर्न अधूरा माना जाएगा और उस पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। ई-सत्यापन के कई तरीके उपलब्ध हैं।
जानकारी की सटीकता: सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा दर्ज की गई सभी जानकारी सही और सटीक हो। अपने बैंक विवरण, व्यक्तिगत जानकारी और आय के आंकड़ों को दोबारा जांच लें। गलत जानकारी से बाद में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से नोटिस आ सकता है।
आयकर रिटर्न भरना एक महत्वपूर्ण वित्तीय ज़िम्मेदारी है। नए नियमों और स्लैब को समझकर और सभी सावधानियों का पालन करके, आप इस प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं। यदि आपको कोई संदेह हो, तो किसी कर विशेषज्ञ या चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) से सलाह लेने में संकोच न करें।
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