
Up Kiran, Digital Desk: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने माल एवं सेवा कर (GST) में सुधारों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर "आठ साल की गहरी नींद" से जागने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी लंबे समय से इन सुधारों की मांग कर रही थी, लेकिन सरकार ने कभी ध्यान नहीं दिया।
क्या है पूरा मामला: जीएसटी काउंसिल की हालिया बैठक में पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने और दरों को तीन स्लैब में सीमित करने जैसे सुधारों पर चर्चा हुई है। इन्हीं सुधारों को लेकर खरगे ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "मोदी सरकार आख़िरकार आठ साल की गहरी नींद से जाग गई है। अब वे उन जीएसटी सुधारों को लागू करने पर विचार कर रहे हैं जिनकी मांग कांग्रेस हमेशा से करती रही है।"
खरगे ने उठाए ये बड़े सवाल:
पेट्रोल-डीज़ल पर राहत क्यों नहीं? खरगे ने कहा कि कांग्रेस और देश की जनता लंबे समय से मांग कर रही है कि पेट्रोल और डीज़ल को जीएसटी के तहत लाया जाए। उनका कहना है कि अगर ऐसा होता है, तो आम आदमी को क़ीमतों से बड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन सरकार ने अब तक ऐसा क्यों नहीं किया?
एक टैक्स, कई स्लैब क्यों? उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि जीएसटी को एक सरल टैक्स सिस्टम बनाने का वादा किया गया था, लेकिन कई टैक्स स्लैब होने की वजह से यह बहुत जटिल हो गया है। कांग्रेस शुरू से ही कम स्लैब की वकालत करती रही है।
खरगे ने कहा कि अगर सरकार ने विपक्ष और विशेषज्ञों की सलाह पहले मान ली होती, तो महंगाई को नियंत्रित किया जा सकता था और देश की अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाया जा सकता था। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वे अहंकार छोड़ें और देशहित में काम करें।