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Mushtaq Bukhari: जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पार्टी नेता मुश्ताक बुखारी की तुलना 'महात्मा गांधी' और 'नेल्सन मंडेला' से की। बुखारी के प्रयासों की तारीफ करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने उन्हें पहाड़ी समुदाय के लिए एक परिवर्तनकारी नेता बताया। 

सुरनकोट में प्रचार करते हुए चुग ने कहा कि बुखारी ने पहाड़ी समुदाय को 'आजादी' दिलाने के लिए प्रयास किए हैं। चुग विधानसभा चुनावों से पहले जम्मू-कश्मीर में भाजपा की गतिविधियों की देखरेख कर रहे हैं। तरुण चुग ने कहा, "महात्मा गांधी ने जो काम किया, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। चाहे कोई भी पार्टी सत्ता में आए, लोग नेल्सन मंडेला को कभी नहीं भूलेंगे। इसी तरह, यहां भी आदिवासी समुदाय के महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला के रूप में बुखारी साहब ने उन्हें आजादी दिलाने के लिए काम किया है।"

कौन हैं मुश्ताक बुखारी

75 वर्षीय नेता बुखारी नेशनल कॉन्फ्रेंस से अलग होने के बाद 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे। बुखारी करीब चार दशकों से नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ हैं, लेकिन पहाड़ी भाषी लोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने पर फारूक अब्दुल्ला से मतभेद के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने अन्य पार्टी नेताओं के साथ बुखारी और उनके सैकड़ों समर्थकों का पार्टी में स्वागत किया था, जिनमें पूर्व नौकरशाह जीएम ख्वाजा और सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शब्बीर गिलानी शामिल थे।

भाजपा में शामिल होने के बाद बुखारी ने कहा, 'मैंने एक ऐसी पार्टी में शामिल होने का अपना वादा निभाया है जो एसटी दर्जे की हमारी लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करती है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रैना का शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने उन पहाड़ियों के साथ न्याय किया, जिन्होंने एसटी का दर्जा पाने के लिए 40 साल तक संघर्ष किया।" 

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