
Up Kiran, Digital Desk: भारतीय रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) बाजार में गजब का जोश देखने को मिल रहा है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, REITs न केवल अपने पोर्टफोलियो का तेज़ी से विस्तार कर रहे हैं, बल्कि स्थिर ऑक्यूपेंसी (occupancy) और स्वस्थ लीज़ एक्सपायरी (WALE) स्तरों को भी बनाए हुए हैं। यह सब निवेशकों के बढ़ते भरोसे और सेक्टर की मज़बूत बुनियाद को दर्शाता है।
REITs क्या हैं और क्यों हैं ये ख़ास?
REITs ऐसे निवेश माध्यम हैं जो निवेशकों (चाहे वे व्यक्ति हों या संस्थागत) को सीधे प्रॉपर्टी खरीदे बिना रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करने का मौका देते हैं। ये प्रॉपर्टीज़ से होने वाली आय (जैसे किराया) को निवेशकों के बीच बांटते हैं।
ग्रोथ के पीछे के कारण:
रियल एस्टेट सेक्टर की मज़बूत बुनियाद: भारत का रियल एस्टेट सेक्टर लगातार तरक्की कर रहा है।
शहरीकरण (Urbanization): शहरों की बढ़ती आबादी और विकास।
कॉर्पोरेट लीज़िंग की मांग: कंपनियों द्वारा ऑफिस स्पेस की लगातार मांग।
सहयोगी नीतियां: सरकार द्वारा REITs को बढ़ावा देने वाली नीतियां।
निवेशकों का बढ़ता भरोसा: खासकर उन संपत्तियों में जो स्थिर आय (yield-generating assets) प्रदान करती हैं।
ICRA Analytics की रिपोर्ट के अनुसार, इन सब कारणों से REITs के वॉल्यूम (मात्रा) में अच्छी बढ़ोतरी देखी जा रही है।
प्रमुख REITs का प्रदर्शन:
Brookfield India REIT: पिछले चार सालों में इसने आक्रामक वृद्धि दिखाई है, अपने लीज़ेबल एरिया को FY2022 में 18.6 मिलियन वर्ग फुट से बढ़ाकर FY2025 में 29.0 मिलियन वर्ग फुट कर लिया है। यह रणनीतिक अधिग्रहण (acquisitions) और संपत्ति विकास (asset development) के कारण संभव हुआ है।
Embassy REIT: यह अभी भी सेक्टर में सबसे आगे है, जिसके पास 51 मिलियन वर्ग फुट से ज़्यादा प्रीमियम ऑफिस स्पेस है।
Mindspace Business Parks REIT: इसने भी लगातार विस्तार किया है, FY2022 में 31.8 मिलियन वर्ग फुट से बढ़कर FY2025 में 37.1 मिलियन वर्ग फुट तक पहुंच गया है। यह कई बड़े मेट्रो शहरों में अपनी मज़बूत उपस्थिति बनाए हुए है।
लंबे लीज़ और स्थिर ऑक्यूपेंसी:
भारतीय REITs में लंबे लीज़ (long leases) स्थिरता प्रदान करते हैं।
WALE (Weighted Average Lease Expiry): Embassy REIT का WALE FY2025 में 8.4 साल है, जो मजबूत किरायेदार (tenant stickiness) और लंबे समय तक स्थिर कैश फ्लो का संकेत है। Brookfield India REIT का WALE 7.0 साल है, जबकि Mindspace REIT ने FY2022-FY2025 के दौरान 6.9–7.4 साल का WALE बनाए रखा है, जो प्रभावी लीज़ नवीनीकरण (lease renewals) और पोर्टफोलियो की मज़बूती को दर्शाता है।
ऑक्यूपेंसी रेट: आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, भारतीय REITs में ऑक्यूपेंसी रेट काफी मज़बूत बनी हुई है। FY2025 में Mindspace REIT 91.2% के साथ सबसे आगे है। Embassy REIT 85–87% के दायरे में स्थिर है, और Brookfield India REIT 88% पर है, जो बढ़ती मांग का संकेत देता है।
ICRA Analytics की हेड-नॉलेज सर्विसेज, मधुबानी सेनगुप्ता का कहना है कि भारतीय REITs संस्थागत और खुदरा निवेशकों के लिए वाणिज्यिक रियल एस्टेट-समर्थित प्रतिभूतियों (commercial real estate-backed securities) में निवेश का एक आकर्षक विकल्प बने हुए हैं।
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