Nepal Plane Crash: बीते कल को नेपाल के काठमांडू में त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टेकऑफ़ के दौरान सौर्य एयरलाइंस का जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गया। सौर्य एयरलाइंस के जहाज दुर्घटना के समय उसमें 19 लोग सवार थे। पोखरा जाने वाले इस जहाज में एयर स्टाफ़ समेत 19 लोग सवार थे, जो सुबह करीब 11 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ। जहाज में सवार 19 लोगों में से 18 की मौत हो गई और केवल पायलट ही जीवित बचा। अब, सवाल यह उठता है कि नेपाल जहाज दुर्घटना में पायलट कौन है और वह चमत्कारिक रूप से कैसे बच गया?
नेपाल जहाज दुर्घटना में पायलट कौन है?
नेपाल जहाज दुर्घटना में परम जीवित बचे पायलट की पहचान मनीष रत्न शाक्य के रूप में हुई है। सूर्या एयरलाइंस के अनुसार, मनीष शाक्य एयरलाइंस के कार्यकारी प्रमुख हैं। मनीष शाक्य के लिंक्डइन प्रोफ़ाइल से पता चलता है कि वो दिसंबर 2014 में सूर्या एयरलाइंस में शामिल हुए थे और साढ़े नौ साल से अधिक समय से कंपनी का हिस्सा हैं। इससे पहले उन्होंने लगभग तीन साल तक सिमरिक एयरलाइंस के लिए उड़ान भरी थी। सूर्या एयरलाइंस में शाक्य का पद 'उड़ान ऑपरेशनल डायरेक्टर' है।
नेपाल जहाज दुर्घटना में पायलट मनीष शाक्य कैसे बचे
नेपाल जहाज दुर्घटना के दौरान शाक्य लेकर एक सीआरजे200 जहाज उड़ान भर रहा था, जिसकी जांच के लिए दो चालक दल के सदस्यों और 17 यात्रियों को त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से पोखरा शहर के लिए उड़ान भरनी थी।
उड़ान की मंजूरी के कुछ ही पल बाद जहाज "दाहिनी की ओर मुड़ गया और रनवे के पूर्व की ओर दुर्घटनाग्रस्त हो गया"। एक यमनी नागरिक और एक बच्चे समेत 18 यात्रियों की मौत हो गई।
विदेशी मीडिया के अनुसार, आग कॉकपिट तक पहुँचने से ठीक पहले पायलट ने जहाज को बाहर निकाला। यूके मीडिया के रॉबर्ट बिस्कर्मा ने कहा, "एयर शील्ड खुलने के कारण उन्हें शांति लेने में दिक्कत हो रही थी। विंडो तोड़ दी और तुरंत उन्हें बाहर निकाल दिया।" पायलट तकनीशियन शाक्य का इलाज चल रहा है और उनकी आंख में चोट लगी है।
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