img

Up Kiran, Digital Desk: जब हमें लगा कि कोरोना अब पीछे छूट चुका है, तभी इसका एक नया वैरिएंट, JN.1, सुर्खियों में आ गया है। यह ओमिक्रॉन का ही एक नया रूप है, मगर इससे घबराने की जरूरत नहीं—सिर्फ सतर्क रहने की है। इस लेख में हम जानेंगे कि JN.1 आखिर है क्या, इसके लक्षण, कितना खतरनाक है, और इससे खुद को सुरक्षित रखने के लिए क्या करना चाहिए।

JN.1 वैरिएंट क्या है

JN.1, BA.2.86 (Pirola) का एक सबवैरिएंट है, जिसमें लगभग 30 म्यूटेशन पाए गए हैं। यह म्यूटेशन वायरस को हमारी इम्यून सिस्टम से बचने में मदद करता है, जिससे यह तेजी से फैल सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे "Variant of Interest" के रूप में सूचीबद्ध किया है, जिसका मतलब है कि इस पर नजर रखना जरूरी है।

कहां फैल रहा है JN.1

सिंगापुर

हांगकांग

भारत

थाईलैंड

इन देशों में इसके मामले सामने आए हैं। भारत में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है, मगर एहतियात ज़रूरी है।

कितना खतरनाक है JN.1

डॉक्टरों का कहना है कि JN.1 तेजी से फैलता है मगर इसके लक्षण ज़्यादातर हल्के होते हैं। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है—जैसे कि बुजुर्ग, बीमार या बिना वैक्सीन वाले—उन्हें थोड़ी ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।

JN.1 के लक्षण क्या हैं

यदि आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए।

  • गले में खराश
  • नाक बहना या बंद होना
  • सूखी खांसी
  • बुखार और ठंड लगना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • सिरदर्द, थकान
  • मतली या डायरिया
  • गंध या स्वाद का अभाव (कम मामलों में)

क्या वैक्सीन काम कर रही है

मौजूदा बूस्टर डोज़ JN.1 से गंभीर बीमारी से बचाने में मदद करती हैं। हालांकि JN.1 के लिए कोई खास वैक्सीन नहीं है, मगर जो बूस्टर पहले से उपलब्ध हैं, वे प्रभावी सुरक्षा प्रदान करते हैं।

कैसे बचें JN.1 से

मास्क पहनें: खासकर भीड़भाड़ वाली जगहों पर

हाथ धोना ना भूलें: साबुन या सैनिटाइजर से

भीड़ से बचें: और बीमार महसूस होने पर घर पर ही रहें

टीकाकरण पूरा कराएं: बूस्टर डोज लेना न भूलें

हवादार जगहों को प्राथमिकता दें: बंद कमरे में लंबा समय न बिताएं

--Advertisement--