मुंबई: आयुष्मान खुराना बॉलीवुड के उन चुनिंदा एक्टर्स में से हैं, जो अपनी फिल्मों के जरिए सिर्फ मनोरंजन ही नहीं करते, बल्कि समाज को एक गहरा संदेश भी देते हैं। 'विक्की डोनर' से लेकर 'अंधाधुन' और 'आर्टिकल 15' तक, उनकी हर फिल्म कुछ अलग और सोचने पर मजबूर करने वाली होती है। अब वह अपनी आने वाली फिल्म 'थम्मा' को लेकर भी कुछ ऐसा ही महसूस कर रहे हैं।
हाल ही में एक इंटरव्यू में आयुष्मान ने खुलासा किया कि आखिर 'थम्मा' की स्क्रिप्ट में ऐसा क्या खास था, जिसने उन्हें तुरंत इस फिल्म के लिए हां कहने पर मजबूर कर दिया।
स्क्रिप्ट पढ़ते ही क्यों हो गए थे इमोशनल?
आयुष्मान ने बताया, "जब मैंने पहली बार 'थम्मा' की स्क्रिप्ट पढ़ी, तो मैं अंदर तक हिल गया था। यह सिर्फ कुछ किरदारों की कहानी नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज की एक ऐसी सच्चाई को दिखाती है, जिसके बारे में हम अक्सर बात करने से कतराते हैं। मुझे लगा कि इस कहानी को लोगों तक पहुंचाना सिर्फ एक एक्टर के तौर पर मेरा काम नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है।"
क्यों है 'थम्मा' का किरदार उनके दिल के करीब?
उन्होंने आगे कहा कि फिल्म में उनका किरदार अब तक निभाए गए सभी किरदारों से बिल्कुल अलग और चुनौतीपूर्ण है। "यह एक ऐसा किरदार है जिसमें कई परतें हैं। वह आपको हंसाएगा, रुलाएगा और सबसे जरूरी, आपको सोचने पर मजबूर करेगा। मैं हमेशा से ऐसे ही कॉम्प्लेक्स किरदार निभाना चाहता था जो एक एक्टर के तौर पर मुझे चुनौती दे।"
आयुष्मान का मानना है कि 'थम्मा' एक ऐसी फिल्म है जो हर वर्ग के दर्शकों से जुड़ेगी। यह फिल्म न केवल एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे को उठाती है, बल्कि इसे एक मनोरंजक और आकर्षक कहानी के रूप में भी प्रस्तुत करती है। अब देखना यह है कि आयुष्मान खुराना का यह नया एक्सपेरिमेंट दर्शकों को कितना पसंद आता है।

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