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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय शादियों में अब सिर्फ इटालियन पास्ता और मैक्सिकन टाकोज़ ही नहीं, बल्कि गरमागरम गोलगप्पे और स्वादिष्ट पाव भाजी का भी जलवा दिख रहा है! पिछले कुछ समय से, वेडिंग मेन्यूज़ में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। जोड़े अब इंटरनेशनल क्यूज़ीन से हटकर, भारत के अपने स्थानीय और क्षेत्रीय पकवानों पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं। यह बदलाव सिर्फ एक फैशन ट्रेंड नहीं, बल्कि भारतीय पाक कला की समृद्धि और विविधता का उत्सव है।

यादों और भावनाओं से जुड़ाव: ये पकवान सिर्फ खाना नहीं, बल्कि बचपन की यादें, त्योहारों का स्वाद और घर जैसा आराम देते हैं। गोलगप्पे, समोसे या गरमागरम जलेबी, ये सब हमारे दिलों से जुड़े होते हैं। मेहमानों को ये स्वाद पाकर एक खास जुड़ाव महसूस होता है।

अनोखा और यादगार अनुभव: अब हर कोई कुछ अलग चाहता है। विदेशियों के लिए ये स्वाद बिल्कुल नया और रोमांचक होता है, वहीं भारतीय मेहमानों को एक ही छत के नीचे अपने पसंदीदा क्षेत्रीय व्यंजन चखने का मौका मिलता है, जो उन्हें एक यादगार अनुभव देता है।

भारत की विविधता का प्रदर्शन: भारत में हर राज्य और शहर की अपनी एक अनूठी खाद्य संस्कृति है। वेडिंग मेन्यू में चाट, डोसा, वड़ा पाव, या फिर हैदराबाद की बिरयानी, पंजाब का सरसों का साग, राजस्थान की दाल बाटी चूरमा जैसे पकवान शामिल करके, जोड़े अपनी जड़ों और देश की विशाल पाक विविधता को दर्शा सकते हैं।

लाइव काउंटर्स का आकर्षण: अब सिर्फ खाना परोसना काफी नहीं। लाइव चाट काउंटर, डोसा स्टेशन, या गरमागरम जलेबी बनाने वाले शेफ मेहमानों को सीधे खाने की तैयारी में शामिल होने का मज़ा देते हैं। यह सिर्फ एक भोजन स्टॉल नहीं, बल्कि एक इंटरेक्टिव अनुभव बन जाता है।

पर्सनल टच: जो जोड़े अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहते हैं, वे अपने पैतृक शहर या क्षेत्र के व्यंजनों को शामिल करके अपने वेडिंग मेन्यू को एक पर्सनल टच दे सकते हैं। यह उनके लिए अपनी संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने का एक तरीका बन जाता है।

प्रस्तुति में नवाचार: अब स्ट्रीट फूड को भी शाही अंदाज़ में परोसा जाता है। शेफ इन लोकल पकवानों को बेहतरीन इंग्रीडिएंट्स और सुंदर प्रेजेंटेशन के साथ पेश करते हैं, जिससे इनकी कीमत और आकर्षण दोनों बढ़ जाते हैं।

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