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भारतीय क्रिकेट जगत में एक बड़ा उथल-पुथल मचाने वाली खबर सामने आई है। विराट कोहली, जो भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बड़े सितारों में से एक माने जाते हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) से कहा है कि वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं। यह खबर जैसे ही सामने आई, क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच खलबली मच गई। कोहली का यह फैसला रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के कुछ ही दिनों बाद आया है, और अब यह सवाल उठने लगा है कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए यह कदम क्या मायने रखता है।
कोहली का संन्यास का निर्णय और बीसीसीआई की प्रतिक्रिया
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विराट कोहली ने बीसीसीआई को सूचित कर दिया था कि वह टेस्ट क्रिकेट से बाहर जाने का मन बना चुके हैं। इसके बाद, बीसीसीआई ने उनसे इस फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया, खासकर क्योंकि इंग्लैंड का महत्वपूर्ण दौरा आ रहा है और भारत के लिए यह दौरा बेहद अहम है। हालांकि, कोहली ने अभी तक बीसीसीआई के इस अनुरोध पर कोई जवाब नहीं दिया है।
रोहित शर्मा का संन्यास और कोहली का फैसला
कोहली का यह कदम रोहित शर्मा के संन्यास के ठीक बाद आया है, जिन्होंने कुछ ही दिनों पहले टेस्ट क्रिकेट से अलविदा लेने का ऐलान किया था। इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों के संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ी तब्दीली आने की संभावना है। यह ऐसा समय है जब भारतीय क्रिकेट को नई दिशा और नेतृत्व की आवश्यकता होगी, खासकर तब जब इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज होने वाली है। भारतीय चयनकर्ता अगले महीने इस सीरीज के लिए टीम का चयन करने के लिए बैठक करेंगे, और ऐसे में कोहली का फैसला एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
क्या कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास सही कदम है
विराट कोहली का यह फैसला उस समय आया है जब वह टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे। खासकर इस वर्ष की शुरूआत में, जब ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में शतक बनाने के बाद उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा था। कोहली के लिए यह समय मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से चुनौतीपूर्ण था। उन्हें अपने टेस्ट क्रिकेट करियर के बारे में सोचने का समय मिल चुका था, और अब उनका संन्यास की ओर बढ़ना कोई चौंकाने वाला कदम नहीं लगता।
वहीं, कुछ क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि कोहली का संन्यास भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हमेशा शानदार योगदान दिया है। वह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, और उनकी कमी भारतीय टीम को महसूस हो सकती है।
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