_722970863.jpg)
स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया है। उन्होंने अपने खिलाफ मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की अपील की है। यह एफआईआर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर दर्ज की गई है।
हाई कोर्ट में याचिका का किया जाएगा उल्लेख
कुणाल कामरा की ओर से यह याचिका उनके वरिष्ठ वकील नवरोज सेरवाई और वकील अश्विन थूल द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति सारंग कोतवाल और एसएम मोदक की खंडपीठ के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी।
एकनाथ शिंदे पर शो के जरिए साधा था निशाना
यह विवाद तब शुरू हुआ जब पिछले महीने कुणाल कामरा ने अपने स्टैंड-अप शो में एकनाथ शिंदे के राजनीतिक करियर पर कटाक्ष किया। उन्होंने एक लोकप्रिय बॉलीवुड गीत की पैरोडी तैयार कर शिंदे के 2022 में शिवसेना से बगावत और महा विकास आघाड़ी सरकार को गिराने की घटना पर व्यंग्य किया। यह वीडियो 23 मार्च 2025 को कामरा ने अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जो देखते ही देखते वायरल हो गया।
कॉमेडी क्लब और होटल में हुई तोड़फोड़
वीडियो के वायरल होने के अगले ही दिन यानी 24 मार्च को शिंदे गुट से जुड़े शिवसैनिकों ने उस जगह पर तोड़फोड़ कर दी जहां शो रिकॉर्ड हुआ था। यह स्थान मुंबई के खार इलाके में स्थित हैबिटेट कॉमेडी क्लब और होटल यूनिकॉन्टिनेंटल है।
कामरा के खिलाफ एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने कामरा पर एकनाथ शिंदे का अपमान करने का आरोप लगाया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद खार पुलिस स्टेशन में कामरा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 356(2) (मानहानि) के तहत एफआईआर दर्ज की गई।
पुलिस ने भेजे समन, कामरा नहीं हुए पेश
पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए तीन बार समन भेजे, लेकिन कामरा 5 अप्रैल को पेश नहीं हुए। इसके अलावा जलगांव के मेयर, नासिक के एक होटल व्यवसायी और एक व्यापारी ने भी उनके खिलाफ अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं।
अब हाई कोर्ट से राहत की उम्मीद
कुणाल कामरा ने हाई कोर्ट से अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की गुहार लगाई है। अब देखना यह होगा कि कोर्ट उनकी याचिका पर क्या रुख अपनाता है और उन्हें इस मामले में राहत मिलती है या नहीं। इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि अभिव्यक्ति की आजादी और राजनीतिक आलोचना की सीमा कहां खत्म होती है।