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मायावती ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- गलत व जातिवादी मानसिकता को बदलने की सख्त जरूरत

लखनऊ में अंबेडकर महासभा ने भी जताई नाराजगी, अध्यक्ष लालजी निर्मल ने कहा पीएम ने पहले के मामलों में कार्रवाई की होती तो यह सिलसिला धम गया होता।

लखनऊ ।। यूपी में समाजवादी पार्टी भले ही आरक्षण विरोधी बयान पर मौन है, लेकिन बिहार से लालू ने ललकारा है। उन्होंने कहा है कि जो कमी रह गई थी, बिहार में उसे यूपी की जनता पूरी कर देगी।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा के मार्गदर्शक संगठन आरएसएस के प्रवक्ता व प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य द्वारा दलितों व अन्य पिछड़ों को मिलने वाला आरक्षण खत्म करने की वकालत की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि संविधान व देशहित में आरएसएस को अपनी गलत व जातिवादी मानसिकता बदलने की सख्त जरूरत है। हालांकि समाजवादी पार्टी की ओर से कोई बयान नहीं आया है।

आरएसएस के प्रचार प्रमुख वैद्य ने जयपुर में जारी लिटरेचर फेस्टिवेल के दौरान आरक्षण को खत्म करने पर जोर दिया और कहा, ‘यह काम हमें ही करना है’।

मायावती ने इसको लेकर कहा है कि आरएसएस का आरक्षण विरोधी बयान, दृष्टिकोण, दुर्भाग्यपूर्ण व निंदनीय है, क्योंकि केंद्र की भाजपा व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आरएसएस के ही इशारों पर चलती है।

मायावती ने आगे कहा कि यही कारण है कि दलितों व पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण की संवैधानिक सुविधा निष्क्रिय व निष्प्रभावी बनाने के साथ-साथ इसे खत्म करने का प्रयास लगातार करती रहती है। मायावती ने कहा कि आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण की समीक्षा की आड़ में इस संवैधानिक व्यवस्था को खत्म करने का प्रयास किया था, लेकिन देशभर में इसका जबरदस्त विरोध के कारण फिर उन्हें यह प्रयास रोकना पड़ा था। अब फिर इस मामले को छेड़ा गया है, जिसका खामियाजा भाजपा चुनाव में भुगतने को तैयार रहे।

फोटोः फाइल।

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