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Up Kiran, Digital Desk: अररिया के नरपतगंज के घुरना थाना क्षेत्र में 29 मार्च को जमीन विवाद में हुए मारपीट में घायल मो. इमासीन की शनिवार को नेपाल के विराटनगर के एक अस्पताल में मौत हो गई। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने हंगामा करते हुए पुलिस प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने इमासीन के शव को घुरना नहर चौक पर रखकर सड़क जाम कर दिया और टायर जलाकर उग्र प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने घुरना थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव के विरुद्ध नारेबाजी की और आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना के बावजूद पुलिस ने एक महीने तक कोई कार्रवाई नहीं की और थानाध्यक्ष ने पैसे लेकर आरोपियों के विरुद्ध कोई कदम नहीं उठाया।
सूचना मिलने पर सर्किल इंस्पेक्टर और बसमतिया थानाध्यक्ष मौके पर पहुंचे, मगर ग्रामीण वरीय अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। बाद में डीएसपी हेडक्वार्टर फखरे आलम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को शांत किया। ग्रामीणों ने डीएसपी से कहा कि थानाध्यक्ष की लापरवाही के कारण यह घटना हुई और अगर पहले कार्रवाई होती तो शायद यह नहीं होता। उन्होंने थानाध्यक्ष पर आरोपियों से पैसे लेने का भी आरोप लगाया और उसे निलंबित करने की मांग की।
लमसम चार घंटे के प्रदर्शन के बाद एसपी ने डीएसपी मुख्यालय को मौके पर भेजा, जिन्होंने गांव वालों को शांत किया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेजा गया और फिर परिजनों को सौंप दिया गया। डीएसपी हेडक्वार्टर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही जांच कर कार्रवाई के लिए एसपी को रिपोर्ट भेजी जाएगी और यदि थानाध्यक्ष दोषी पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।
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