जब भी सादगी और सुरीली आवाज का जिक्र होता है, तो एक नाम जो आज हर किसी की जुबान पर है, वो है- मैथिली ठाकुर। बिहार के मधुबनी की रहने वाली मैथिली ने बहुत ही कम उम्र में वो सफलता हासिल की जिसका सपना कई लोग देखते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भजनों और लोकगीतों से दुनिया का दिल जीतने वाली यह लड़की पढ़ाई में भी किसी से कम नहीं है?
दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है पढ़ाई: मैथिली का परिवार उनके बचपन में ही बिहार से दिल्ली आ गया था, ताकि बच्चों को संगीत के साथ-साथ अच्छी शिक्षा भी मिल सके। मैथिली ने दिल्ली के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज (LSR), जो दिल्ली यूनिवर्सिटी का हिस्सा है, से अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है। यह दिखाता है कि संगीत के प्रति उनके जुनून के साथ-साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई को भी कितनी गंभीरता से लिया।
परिवार का संघर्ष और साथ: मैथिली की सफलता के पीछे उनके पिता का बहुत बड़ा त्याग है। उनके पिता रमेश ठाकुर, जो खुद एक संगीतकार हैं, ने अपनी नौकरी छोड़कर बच्चों को संगीत सिखाने का फैसला किया। आज मैथिली जब भी स्टेज पर गाती हैं, तो उनके दोनों भाई, ऋषभ (तबले पर) और अयाची (गायन और पर्कशन पर), हमेशा उनके साथ होते हैं। यह तिकड़ी आज पूरे देश में मशहूर है।
कैसे बनी करोड़ों की संपत्ति की मालकिन?
एक रियलिटी शो में हारने के बाद मैथिली ने हार नहीं मानी। उन्होंने सोशल मीडिया और यूट्यूब को अपना मंच बनाया और अपने घर से ही वीडियो पोस्ट करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उनकी आवाज का जादू ऐसा चला कि आज वह देश की सबसे लोकप्रिय गायिकाओं में से एक हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, आज 23-24 साल की उम्र में उनकी नेट वर्थ करोड़ों में है। वह स्टेज शो, ब्रांड एंडोर्समेंट और सोशल मीडिया से लाखों कमाती हैं।
मैथिली ठाकुर की कहानी बताती है कि अगर आपके पास हुनर, परिवार का साथ और मेहनत करने का जज्बा हो, तो सफलता आपके कदम जरूर चूमती है।
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