img

आधुनिक युग में अब सब कुछ ऑनलाइन, डिजिटल होता जा रहा है। चुनाव इससे कैसे दूर रह सकते हैं? विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि भारत समेत कई देशों में चुनावों में धांधली हुई है। ऐसे में अब यह बात सामने आई है कि इजरायल की एक ठेकेदार कंपनी ने सोशल मीडिया पर स्वचालित प्रचार का इस्तेमाल कर 33 देशों के इलेक्शनों को हैक कर लिया और नतीजों में हेरफेर कर दी।

इज़राइल में कंपनी 50 वर्षीय ताल हनान द्वारा चलाई जाती है, जो इज़राइली आर्मी के एक पूर्व अफसर हैं। उसके लिए उन्होंने 'जॉर्ज' उपनाम अपनाया है। दो दशकों से अधिक समय से उनकी टीम विभिन्न देशों के चुनाव परिणामों में हेरफेर करने का काम कर रही है। उनकी टीम अब अफ्रीका में एक चुनाव के परिणाम को उलटना चाह रही है। एक अन्य समूह ग्रीस में है, जबकि तीसरा अमीरात में है।

जांच में क्या पता चला?

जांच से असाधारण विवरण सामने आए हैं। कैसे गलत सूचना को टीम जॉर्ज द्वारा एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जाता है ताकि चुनाव में गुप्त रूप से दखल दिया जा सके और कोई भी उन्हें ट्रेस न कर सके। समूह कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए भी काम करता है।

हानन ने अंडरकवर रिपोर्टर्स को बताया कि उनकी सेवाओं को 'ब्लैक ऑप्स' कहा जाता था। इसकी सेवाएं खुफिया एजेंसियों, राजनीतिक अभियानों और जनता की राय लेने वाली निजी कंपनियों के लिए उपलब्ध हैं। यह यह भी दावा करता है कि इसकी सेवाओं का व्यापक रूप से अफ्रीका महाद्वीप, दक्षिण और मध्य अमेरिका, यूरोप में इस्तेमाल किया जाता है।

जी-मेल और टेलीग्राम खातों तक पहुंच प्राप्त करने के लिए हैकिंग तकनीकों का इस्तेमाल करके प्रतिस्पर्धियों की जानकारी एकत्र की जाती है। उसके आधार पर सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाई जाती है और सॉफ्टवेयर (एम्स) की सहायता से वायरल किया जाता है।

प्रचार के लिए सॉफ्टवेयर

टीम जॉर्ज की प्रमुख सेवाओं में से एक अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर पैकेज (एम्स) है। यह ट्विटर, लिंक्डइन, फेसबुक, टेलीग्राम, जीमेल, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर हजारों फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल को काबू कर सकता है। उनमें से कुछ प्रोफाइल (अवतारों) में क्रेडिट कार्ड, बिटकॉइन वॉलेट और एयरबीएनबी खाते भी थे।

 

--Advertisement--