img

Up Kiran, Digital Desk: भारतीय संगीत जगत के सबसे बहुमुखी और प्रतिष्ठित कलाकारों में से एक, जुबिन गर्ग (Zubeen Garg) की शानदार विरासत में एक और हीरा जुड़ गया है। 'गैंगस्टर' फिल्म के आइकोनिक गाने 'या अली' से पूरे देश के दिलों पर राज करने वाले इस महान गायक को हैदराबाद में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रतिष्ठित "तेलंगाना एक्सीलेंस अवार्ड" (TEA) से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें संगीत उद्योग और भारतीय सिनेमा में तीन दशकों से अधिक के उनके असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया गया है।

संगीत के 30 साल हुए सम्मानित

प्रतिष्ठा फाउंडेशन द्वारा आयोजित छठे तेलंगाना एक्सीलेंस अवार्ड्स में जुबिन गर्ग आकर्षण का केंद्र रहे। उन्हें यह सम्मान भारतीय संगीत में उनके अमूल्य योगदान और एक ऐसी विरासत बनाने के लिए दिया गया है, जिसने पीढ़ियों को प्रेरित किया है। जुबिन ने इस सम्मान को बड़ी विनम्रता के साथ स्वीकार किया और आयोजकों तथा अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया, जिनके प्यार ने उन्हें हमेशा बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।

सिर्फ सिंगर नहीं, एक 'वन-मैन-आर्मी' हैं जुबिन

जुबिन गर्ग का नाम सिर्फ गायकी तक ही सीमित नहीं है। वह एक véritable 'वन-मैन-आर्मी' हैं - एक गायक, संगीतकार, गीतकार, अभिनेता, निर्देशक, निर्माता और संगीतज्ञ। असम से निकलकर उन्होंने न केवल बॉलीवुड में, बल्कि पूरे भारत की विभिन्न भाषाओं में अपनी कला का लोहा मनवाया है।

उनकी संगीत शैली अद्वितीय है, जिसमें लोक संगीत, रॉक और शास्त्रीय तत्वों का अद्भुत मिश्रण देखने को मिलता है। जहां "या अली" जैसे गानों ने उन्हें हर घर में पहचान दिलाई, वहीं उनके हजारों अन्य गीतों ने संगीत की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी है।

यह पुरस्कार जुबिन गर्ग की अथक मेहनत, कला के प्रति उनके जुनून और उस जादू को सलाम करता है जो वह अपनी आवाज और संगीत से बिखेरते हैं। यह सम्मान इस बात का प्रमाण है कि सच्ची कला और प्रतिभा हमेशा सराही जाती है।