
Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली में शराब तस्करों ने पुलिस को चकमा देने का एक ऐसा अनोखा और हैरान करने वाला तरीका निकाला, जिसे सुनकर कोई भी दंग रह जाए। गाड़ियों के शोर और पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए ये तस्कर इंसानों या गाड़ियों का नहीं, बल्कि ऊंटों का इस्तेमाल शराब की डिलीवरी के लिए कर रहे थे। दिल्ली पुलिस ने इस अनोखे रैकेट का पर्दाफाश करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके दो 'कूरियर' यानी ऊंटों को भी अपने कब्जे में ले लिया है।
यह मामला दिल्ली के द्वारका जिले का है। पुलिस को पिछले कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि रात के अंधेरे में कुछ लोग अवैध शराब की तस्करी के लिए जानवरों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
क्यों किया ऊंटों का इस्तेमाल?
पूछताछ में जो वजह सामने आई, वह बेहद चौंकाने वाली है। गिरफ्तार किए गए तस्करों ने बताया कि रात में गाड़ियों की आवाज से पुलिस और स्थानीय लोग सतर्क हो जाते हैं, लेकिन ऊंट चुपचाप बिना कोई शोर मचाए अपना काम कर देते हैं। उनके पकड़े जाने का खतरा कम हो जाता है।
कैसे करते थे तस्करी: यह गैंग हरियाणा से लाई गई अवैध शराब की पेटियों को ऊंट की पीठ पर लाद देता था। इन पेटियों को चारों तरफ से चारे या दूसरे सामान से ढक दिया जाता था, ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद, तस्कर इन ऊंटों को लेकर खेतों और उन कच्चे रास्तों से गुजरते थे, जहां पुलिस की मौजूदगी कम होती है और गाड़ियों का चलना मुश्किल होता है।
पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
पुलिस को जब इस बारे में पक्की सूचना मिली, तो उन्होंने छावला नाले के पास ट्रैप लगाया। जैसे ही तीन तस्कर दो ऊंटों पर शराब की पेटियां लादकर वहां से गुजरे, पुलिस ने उन्हें रंगे हाथों दबोच लिया। तलाशी लेने पर ऊंटों की पीठ से अवैध शराब के 14 कार्टन बरामद हुए।
पुलिस अब इस गैंग के बाकी सदस्यों और सरगना की तलाश में जुट गई है। यह मामला दिखाता है कि अपराधी कानून से बचने के लिए किस हद तक जा सकते हैं।
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